नई दिल्ली: फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा बनना हर किसी का सपना होता है लेकिन लॉकडाउन (Lockdown) के चलते ठप पड़ी इंडस्ट्री ने कइयों का मोहभंग कर दिया है. 2 महीनों से बेरोजगार इंडस्ट्री के लोगों के हाल बेहाल है जो कि रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए अब मोहताज हो गए हैं. फिल्म इंडस्ट्री के आर्टिस्ट, बैकग्राउंड डांसर और रोजाना कमाने वाले वर्कर पर आर्थिक संकट छाया है. वह बेरोजगार हो गए हैं ऐर अपने दाना पानी के लिए परेशान हैं.


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आयुष्मान खुराना की 'ड्रीम गर्ल' के दीपक, वरुण धवन की फिल्म 'कुली नंबर वन' के कुली, कार्तिक आर्यन की 'सोनू के टीटू की स्वीटी' के बाबू शिवेश देवना (Shivesh DevAna) अपनी पत्नी के साथ मुंबई से सटे मीरा रोड में रहते हैं और आज  बेहद परेशान है. वह कहते हैं, 'मेरे कई सारे शोज का पेमेंट अभी तक नहीं आया है. जनवरी-फरवरी में जो मैंने काम किया था उसका पेमेंट अभी तक नहीं मिला है काफी परेशान हूं जैसे तैसे यह समय निकाल रहा हूं आर्थिक परिस्थिति बेहद खराब है.'  


ऐसी ही हालत 25 साल की राधा (Radha) की है, जो एक बैकग्राउंड डांसर हैं, उन्हें भी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. राधा ने आलिया भट्ट की फिल्म कलंक के गाने 'घर मोरे परदेसिया' में कत्थक किया था. वह रेखा जी के साथ स्टेज भी शेयर कर चुकी हैं. लॉकडाउन में इनका भी हाल बेहाल है. राधा कहती हैं, 'पहले कुछ दिन तो ठीक से निकल गए लेकिन अब स्थिति यह है कि हर रोज सुबह बैंक का अकाउंट चेक करती हूं कितने पैसे बचे हैं उस हिसाब से खर्च करती हूं. घर के जरूरी सामान को लाने में भी कटौती करनी पड़ रही है, हालत यह है कि दोस्त एक दूसरे से एक ₹1000 की भी मांग कर रहे हैं और वो मदद करने की स्थिति में भी नहीं.' 


बॉलीवुड एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का हिस्सा बनने के लिए हजारों नौजवान मुंबई का रुख करते हैं लेकिन लॉकडाउन (lockdown) के बाद हर किसी को इंतजार है इंडस्ट्री के खुलने का. जिससे आर्थिक संकट से निपट सकें.


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