`परेशान करने वाले...` ट्रांसवुमन स्क्रीनराइटर गजल ने Animal पर लिखा लंबा चौड़ा पोस्ट, संदीप रेड्डी वांगा पर लगाया यह आरोप
Gazal Dhaliwal On Sandeep Reddy Vanga: हाल में ट्रांसवुमन लेखिका गज़ल धालीवाल ने संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म `एनिमल` में अल्फा मेल को लेकर एक लंबा चौड़ा पोस्ट लिखा है, जिसमें उन्होंने फिल्म में दिखाए गए अल्फा मेल किरदार पर अपनी बात रखी है.
Gazal Dhaliwal On Sandeep Reddy Vanga: रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor), बॉबी देओल (Bobby Deol) और रश्मिका मंदाना (Rashmika Mandanna) की फिल्म 'एनिमल' (Animal) को सिनेमाघरों में रिलीज हुए 20 दिन पूरे हो चुके हैं. इस फिल्म ने 20 दिनों में 630.35 करोड़ की कमाई कर ली है. इतना ही नहीं फिल्म ने 817.36 करोड़ का ग्रॉस कलेक्शन कर लिया है. फिल्म को क्रिटिक्स के साथ-साथ दर्शकों का भी अच्छा रिस्पॉन्स मिला.
हालांकि, फिल्म में रणबीर के अल्फा मेल किरदार और महिला विरोधी चीजों को लेकर फिल्म की खूब आलोचना हुई, लेकिन फिल्म की कमाई में कोई कमी नहीं आई. इसी बीच ट्रांसवुमन राइटर और 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का', 'चंडीगढ़ करे आशिकी' और 'एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा' जैसी फिल्मों की कहानी लिखने वालीं गजल धालीवाल (Gazal Dhaliwal) ने भी अपने इंस्टाग्राम पर एक स्क्रीनशॉट के साथ लंबा चौड़ा पोस्ट लिखा है, जिसमें 'एनिमल' के डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा (Sandeep Reddy Vanga) का नाम लिखा हुआ है.
Animal के लिए गजल ने लिखा पोस्ट
वहीं, अपने पोस्ट में गजल ने संदीप रेड्डी वांगा को 'लेखक-निर्देशक-संपादक' बताया है. दअरसल, स्क्रीनराइटर गजल धालीवाल का 'एनिमल' फिल्म के डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा पर आरोप है कि उन्होंने फिल्म की कहानी कहानी और डायलॉग के लिए बाकि रइटर्स को क्रेडिट ही नहीं दिए.
उन्होंने पोस्ट में लिखा, 'मुझे #Animal देखने में थोड़ी देर हो गई है, जबकि मेरे पास @anupama.chopra @baradwajrangan और @su4ita जैसे विद्वान आलोचकों द्वारा अपनी बात कहने के बाद महिला विरोधी और अल्फा मेल के इर्द-गिर्द घूमती कहानी के अलावा कुछ नहीं है, जिसको लेकर मैं एक छोटी सी बात रखना चाहती हूं'.
बाकी राइटर्स को नहीं दिए डायरेक्टर ने क्रेडिट
गजल ने अपने पोस्ट में आगे लिखा, 'फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई फिल्ममेकर हैं, जो अपनी फिल्म के टॉप क्रेडिट में खुद को 'राइटर' बताते हैं, जबकि और भी बाकी राइटर्स हैं, जिन्होंने फिल्म का स्क्रीनप्ले और डायलॉग लिखे होते हैं. वैसे भी हमारी दुनिया में ऐसा बहुत होता है यह फिल्ममेकर्स काफी पावरफुल होते हैं. हालांकि डायरेक्टर बनना ही सबसे ज्यादा पावरफुल होता है'. वहीं, उनके इस पोस्ट पर बाकी यूजर्स भी कमेंट्स कर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया साझा कर रहे हैं.