नई दिल्ली: बॉलीवुड में आवाज से लाखों दिलों पर राज करने वाले गायक शंकर महादेवन आज अपना 51वां जन्मदिन मना रहे हैं. शंकर का जन्म 3 मार्च 1967 को मुंबई में हुआ था. शंकर सिंगर होने के साथ-साथ कंपोजर भी हैं और उन्होंने कई फिल्मों में गाने गाए हैं. इसके साथ ही वह टीम शंकर-अहसान-लॉय के लीड सिंगर भी हैं. उन्होंने कई भाषाओं में गाने गाए हैं. उन्होंने हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगू, मराठी, कन्नड़ फिल्मों के लिए भी गाने गाए हैं. संगीत सीखने का यह सिलसिला 5 साल की उम्र में शुरू हुआ था. 


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मुंबई में ही की पढ़ाई
महादेवन ने अपनी शुरूआती पढ़ाई मुंबई के चेम्बूर में ओएलपीएस स्कूल से की थी. इसके बाद उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में अपने आगे की पढ़ाई की थी. हालांकि, म्यूजिक को लेकर उनका इंटरेस्ट कभी कम नहीं हुआ और वह हमेशा म्यूिजिक से जुड़े रहे.


'ब्रीथलेस' से मिली पहचान 
1998 में उनकी पहली एल्बम ब्रीथलेस आई थी और यहीं से उनके करियर की शुरुआत हुई थी. उनकी यह एल्बम काफी पसंद की गई और इस एल्बम के जरिए उन्होंने हिंदी सिनेमा में पहचान बनाई थी. उसके बाद उन्होंने अपने दो दोस्तों एहसान और लॉय के साथ मिलकर एक ग्रुप बनाया और संगीत को एक नया मुकाम दिया. 


4 बार जीत चुके हैं नेशनल अवॉर्ड
साल 2011 में शंकर महादेवन ने अपने ही नाम से ऑनलाइन अकेडमी की शुरुआत की.  इस अकेडमी के जरिए शंकर दुनिया भर के छात्रों को म्यूजिक की शिक्षा भी देते हैं. वहीं,  उनको पहला नेशनल अवॉर्ड ए.आर रहमान के साथ तमिल फिल्म 'कांदोकंदनीं-कांदोकंदनीं' के लिए मिला था. इतना ही नहीं महादेवन ने चार बार नेशनल अवॉर्ड, तीन बार बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर अवॉर्ड और एक बार बेस्ट म्युजिक डायरेक्टर का अवॉर्ड जीता है. उन्हें उनके म्यूजिक के लिए जाना जाता है. लाखों फैंस उनके गानों के दीवाने हैं.


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