Irrfan Khan छोड़ देना चाहते थे एक्टिंग, इस डायरेक्टर ने लगाया मस्का, तो बॉलीवुड को मिला `मोस्ट टैलेंटेड स्टार`!
Irrfan Khan Movies: एंटरटेनमेंट खबरों के मुताबिक इरफान खान कभी फिल्मी दुनिया छोड़ देना चाहते थे. फिर डायरेक्टर दोस्त तिग्मांशु धुलिया के समझाने पर उन्होंने यह बड़ा कदम नहीं उठाया...!
Irrfan Khan Popular Films: दिग्गज एक्टर इरफान खान (Irrfan Khan) जब भी कैमरे के सामने आते थे कमाल का जादू कर जाते थे. इरफान खान अपनी आंखों से हजारों शब्द कहने का हुनर रखते थे, उनके टैलेंट को बयां करना कोई आसान काम नहीं है. लेकिन क्या आप जानते हैं टैलेंट की ऐसी खान होने के बावजूद कभी इरफान फिल्मी दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कहकर जाना चाहते थे. लेकिन जब उनके एक करीबी दोस्त ने एक्टर को यह बड़ा कदम उठाने से रोका था. वह दोस्त और कोई नहीं बल्कि एक्टर-डायरेक्टर तिग्मांशु धुलिया (Tigmanshu Dhulia) थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पान सिंह तोमर फिल्म से पहले इरफान खान जो काम मिल रहा था उससे इतना निराश हो गए थे कि उन्होंने एक्टिंग ही छोड़ने का मन बना लिया था...!
इरफान खान को नेशनल अवार्ड का दिया था लालच!
साल 2013 में इरफान खान (Irrfan Khan Movies) ने टाइम्स ऑफ इंडिया को एक इंटरव्यू दिया था. जहां एक्टर ने कहा था, जिस तरह के रोल्स उनके पास आ रहे थे, वह उनसे खुश नहीं थे. वह बोर हो गए थे. फिर तिग्मांशु ने उन्हें समझाया और कहा कुछ साल रुक जा. तिग्मांशु ने कहा- 'अरे रुक जा, नेशनल अवार्ड लेकर जाना'. बता दें, इरफान खान (Irrfan Khan Films) को साल 2013 में पान सिंह तोमर के लिए नेशनल अवार्ड मिला था. इरफान खान की यह फिल्म तिग्मांशु धुलिया ने ही डायरेक्ट की थी.
इरफान-तिग्मांशु की जोड़ी ने बॉलीवुड को दी आइकॉनिक फिल्में!
तिग्मांशु धुलिया और इरफान खान (Irrfan Khan Last Movie) डायरेक्टर-एक्टर की ऐसी पॉवरफुल जोड़ी रहे जिन्होंने बॉलीवुड को कई आइकॉनिक फिल्में दी हैं. हासिल, पान सिंह तोमर, साहेब बीवी और गैंगस्टर रिटर्न्स जैसी फिल्में आज भी ऑडियंस के दिलों-दिमाग पर छाई हुई हैं. डायरेक्टर तिग्मांशु धुलिया ने पीटीआई को एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें इरफान का कैरेक्टर लिखने में मजा आता है. वह एक ऐसा इकलौता एक्टर है, जिसका किरदार लिखने में खूब मजा आता है. तिग्मांशु ने कहा था वह ऐसा मुश्किल किरदार और स्थिति लिखना बहुत पसंद करते हैं क्योकि वह जानते हैं कि इरफान उसे समझेंगे और निभाएंगे... और वह मानते हैं कि उनके जैसा कोई दूसरा नहीं कर सकता...'.