संसद में `जया अमिताभ बच्चन` के नाम से गया पुकारा, तो भड़क गईं जया बच्चन; बोलीं- `महिला अपने पति...`
Jaya Bachchan on Rajya Sabha: एक्ट्रेस और राजनेता जया बच्चन संसद में नाराज हो गई और उन्होंने उपसभापति को फटकार लगाई. संसद में `श्रीमती जया अमिताभ बच्चन` कहकर पुकारे जाने पर जया बच्चन ने अपना विरोध जताया.
Jaya Bachchan gets annoyed on being called 'Jaya Amitabh Bachchan': एक्ट्रेस जया बच्चन एक शानदार राजनेता भी हैं. वह हमेशा बेबाकी से अपनी राय रखती हैं. सोमवार, 29 जुलाई को राज्यसभा में जया बच्चन एक बार फिर से आग बबूला हो गईं, जब डिप्टी चेयरमैन हरिवंश नारायण सिंह ने उन्हें 'श्रीमती जया अमिताभ बच्चन' कहकर पुकारा. अपने दम पर पहचान बनाने वाली जया बच्चन ने तभी सभा को याद दिलाया कि उनकी पहचान उनके पति के नाम से स्वतंत्र है.
दरअसल, सोमवार को डिप्टी चेयरमैन हरिवंश नारायण सिंह ने बोलने के लिए उनका नाम पुकारा तो जया बच्चन (Jaya Bachchan) ने नाराजगी जाहिर करते हुए जवाब दिया, ''सर, सिर्फ जया बच्चन बोलते तो काफी हो जाता.'' जब यह बताया गया कि उनका नाम आधिकारिक तौर पर रजिस्टर है, तो उन्होंने इस प्रथा की आलोचना शुरू कर दी.
जया बच्चन का कमेंट हो रहा वायरल
जया बच्चन ने कहा, ''ये जो हैं कुछ नया तरीका है कि महिलाएं अपने पति के नाम से जानी जाए. उनका खुद कोई अस्तित्व नहीं. उनकी कोई उपलब्धि ही नहीं है, अपने में और अस्तित्व नहीं है. ये जो नया शुरू हुआ है, मैं बस...''
सपोर्ट में उतरे फैन्स
राज्यसभा में जया बच्चन का यह कमेंट जल्दी ही वायरल हो गया और इस पर ऑनलाइन कमेंट आने शुरू हो गए. कई लोगों ने उनकी इस बात की सराहना की. एक फैन ने उनके साहस की सराहना की, जबकि दूसरे ने सवाल किया कि उनकी सहमति के बिना अमिताभ का नाम क्यों शामिल किया गया. इस बात पर जोर देते हुए कि अमिताभ बच्चन से शादी करने से पहले जया एक सफल अभिनेत्री थीं. एक अन्य सपोर्टर ने कमेंट किया, "वह किसी भी मायने में गलत नहीं हैं."
नातिन नव्या नंदा ने की थी जया बच्चन की तारीफ
जया बच्चन के इस कमेंट के साथ पब्लिक और प्रोफेशनल फील्ड में महिलाओं की पहचान के बारे में एक बार फिर से बहस छिड़ गई है. जया बच्चन की नातिन नव्या नवेली नंदा ने अपनी नानी की ताकत और स्वतंत्रता के बारे में बताते हुए उन्हें अपनी प्रेरणा बताया था. 2021 में हर सर्कल को दिए इंटरव्यू में नव्या नंदा ने कहा था, ''वह ऐसी शख्स हैं जो अपनी अलग पहचान बनाने, अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रही हैं. उनके बारे में सबसे बड़ी चीजों में से एक जिसका मैं सम्मान करती हूं, वह यह है कि वह उन चीजों के लिए अपनी आवाज का उपयोग कैसे करती हैं, जिनके प्रति वह इमोशनल हैं. वह हमेशा बहुत ही अनफिल्टर्ड रही हैं और उसकी रीढ़ मजबूत है.''