Johnny Lever Life: जॉनी लीवर का नाम सुनते ही लोगों के चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान आ जाती है. अपने काम से उन्होंने ना जाने कितने लोगों का गम दूर किया. मगर कॉमेडियन और एक्टर की लाइफ शुरुआत से बहुत मुश्किल में रही. कुछ समय पहले ही उनका रणवीर अल्लाहबादिया के साथ एक पॉडकास्ट सामने आया है. बातचीत के दौरान वो अपनी लाइफ, जर्नी और इंडस्ट्री के बारे में किस्से साझा करते नजर आ रहे हैं. 


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बचपन में देखा है स्ट्रग्ल 


पॉडकास्ट के दौरान जॉनी लीवर सालों पुराने दिनों के बारे में बात करते हैं. वो अपनी लाइफ के मुश्किल समय के बारे में बात करते हुए कहते हैं, "बचपन में बहुत मुश्किल फेज था. फैमिली को देखना पड़ता था. मैं बहुत स्ट्रगल करता था. मैं काम करता था तो घर में खाना बनता था. मेरे डैडी पीकर कहां होते थे उन्हें नहीं पता होता था. वो काम पर नहीं जाते थे." 



जॉनी लीवर क्यों करना चाहते थे सुसाइड?


इसके बाद जॉनी लीवर बताते हैं कि उन्हें हमेशा डर लगा रहता था कि कब-कौन क्या कर देगा. वो आगे रहते हैं, "13 साल की उम्र में मैं रेल की पटरी पर जान देने गया था. मैं अपने बाप से तंग आ गया था. मैं पटरी पर गया. गाड़ी आरी है. हम डरते नहीं थे." इसके बाद जॉनी कहते हैं कि मुझे अपनी बहनों का चेहरा दिखा, जिसके बाद उन्होंने अपना फैसला बदला. 



म्यूजिक ने दिया दूसरा जन्म 


जॉनी बताते हैं कि इसके बाद वो एक दुकान पर गए, जहां गाना बज रहा था. वो कहते हैं, "वो गाना था मैं तो तुम संग नैन मिलाके." यह गाना सुनकर उन्हें अच्छा लगने लगा और धीरे-धीरे सारी टेंशन दूर हो गई. उन्होंने कहा, "गाने से मेरी टेंशन दूर हो रही थी. मुझे पता चला कि म्यूजिक में बहुत ताकत है. मुझे संगती ने फिर से जीना सिखाया. हम म्यूजिक से ही बढ़े हुए हैं."