Mukesh Khanna Troll for Kalki 2898 AD: बीआर चोपड़ा की टेलीविजन सीरीज 'महाभारत' में भीष्म पितामह की भूमिका निभाने वाले अभिनेता मुकेश खन्ना ने हाल ही में प्रभास स्टारर फिल्म 'कल्कि 2898 एडी' का रिव्यू किया. हालांकि, उन्हें उनके रिव्यू के लिए अब जमकर ट्रोल किया जा रहा है. मुकेश खन्ना ने अपने यूट्यूब चैनल पर नाग अश्विन की 'कल्कि 2898 एडी' की समीक्षा करते हुए कुछ ऐसी बातें कह देती हैं, जो लोगों को बुरी तरह से चुभ गई हैं.


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दरअसल, मुकेश खन्ना ने कहा था कि जबकि वह परफॉर्मेंस और पैमाने के लिए 'कल्कि 2898 एडी'को 100 अंक देंगे, लेकिन उन्हें लगता है कि फिल्म वेस्ट को आकर्षित करने के लिए बनाई गई थी और बिहार और ओडिशा के दर्शक इसे समझ नहीं पाएंगे.


'बौद्धिक स्तर पर फिल्म बनाई गई है, हॉलीवुड के लिए ठीक है'
मुकेश खन्ना ने कहा था, ''जिस बौद्धिक स्तर पर फिल्म बनाई गई है, हॉलीवुड के लिए ठीक है. वहां लोग हमसे ज्यादा समझदार हैं. मुझे माफ करें, लेकिन ओडिशा और बिहार के दर्शक इस तरह की फिल्म निर्माण को समझ नहीं पाएंगे.'' अब मुकेश खन्ना के इस बयान से सोशल मीडिया पर आक्रोश फैल गया है और नेटिजन्स उनकी अपमानजनक टिप्पणी के लिए उनकी आलोचना कर रहे हैं.


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फैन्स ने लगा दी मुकेश खन्ना की क्लास
मुकेश खन्ना के बयान का शेयर करते हुए एक एक्स यूजर (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ''तो मुकेश खन्ना के अनुसार, जिस राज्य ने पठानी सामंत और आर्यभट्ट को जन्म दिया, वहां के लोग इतने समझदार नहीं हैं कि 'कल्कि 2898 एडी' को समझ सकें. यह कितनी शर्म की बात है कि किसी फिल्म को समझना किसी की बुद्धिमत्ता का पैमाना है.” 



एक अन्य ने लिखा, “दोस्तों, क्या आपको लगता है कि उड़िया होने के कारण मैं मूर्ख हूं? इतना मूर्ख कि मैं हॉलीवुड से घिसी-पिटी बातें गढ़कर बनाई गई कल्कि फिल्म को समझ नहीं पा रहा हूं? मुकेश खन्ना को ऐसा लगता है.''



एक तीसरे यूजर ने लिखा, ''मुकेश खन्ना का मानना ​​है कि कल्कि केवल उन बुद्धिजीवी लोगों के लिए हैं, जो हॉलीवुड फिल्मों का लुत्फ़ उठाते हैं. ओडिशा और बिहार जैसी जगहों के लोगों के लिए नहीं. सच में, मुकेश खन्ना जैसे लोग हमारे दिमाग को कम आंकते हैं और मानते हैं कि हर कोई उनके जैसा ही नासमझ है.अगर रोबो (एंथिरन) ने 2010 में 300 करोड़ रुपये कमाए और एंडगेम ने 2019 में भारत में 400 करोड़ रुपये कमाए, तो 2024 में साई-फाई के प्रति हमारे प्यार पर संदेह क्यों है? मुकेश खन्ना की 'आर्यमान - ब्रह्माण्ड का योद्धा', जो कि स्टार वार्स की एक जबरदस्त नॉकऑफ़ थी, 2002 में आई थी. तो, उन्होंने 2024 में हमारे दिमाग पर सवाल उठाया, लेकिन 2002 में एक साई-फाई टीवी शो जारी किया? क्या मजाक है.''



मुकेश खन्ना ने महाभारत के बारे में भ्रामक कहानी दिखाने के लिए नाग अश्विन की आलोचना की
बता दें कि मुकेश खन्ना ने महाभारत के बारे में भ्रामक कहानी दिखाने के लिए निर्देशक नाग अश्विन की भी आलोचना की थी. उन्होंने कहा कि उन्हें महाभारत के तत्वों को बदलने का फिल्म निर्माताओं का निर्णय गलत लगा. मुकेश खन्ना ने कहा था, ''शुरुआत में, जब कृष्ण अश्वत्थामा को उनकी 'मणि' हटाकर शाप देते हैं, तो ऐसा कभी नहीं हुआ. मैं निर्माताओं से पूछना चाहता हूं कि आप व्यास मुनि से अधिक जानने का अनुमान कैसे लगा सकते हैं, जिन्होंने कहा था कि जो यहां मौजूद नहीं है वह कहीं और मौजूद नहीं हो सकता है? यह कृष्ण नहीं थे, जिन्होंने अश्वत्थामा की 'मणि' हटा दी थी. मैं बचपन से ही महाभारत पढ़ता आ रहा हूं; मैं आपको बता सकता हूं कि वह द्रौपदी ही थीं, जिसने निर्देश दिया था कि उनकी 'मणि' को हटा दिया जाए, क्योंकि उन्होंने उनके पांचों बच्चों को मार डाला था.''


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'आपने जो स्वतंत्रताएं ली हैं, वे माफी के लायक नहीं हैं'
मुकेश खन्ना ने आगे कहा था, ''आपने जो स्वतंत्रताएं ली हैं, वे माफी के लायक नहीं हैं. हमें लगता है कि साउथ के फिल्म निर्माता हमारी परंपराओं का अधिक सम्मान करते हैं, लेकिन यहां क्या हुआ?'' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को पौराणिक फिल्मों और पौराणिक संबंधों वाले प्रोजेक्ट्स की समीक्षा के लिए एक विशेष समिति गठित करनी चाहिए.