`लगान` के सेट पर गोरी मेम की स्पेशल खातिरदारी करती थीं किरण राव, सुबह 4 बजे पहुंच करती थीं काम
Kiran Rao recalled memories of Lagaan: किरण राव ने हाल ही में आमिर खान की फिल्म `लगान` में असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में काम करने के दिनों को याद किया. उन्होंने इस बात पर निराशा जताई कि उन्हें ज्यादा फिल्म निर्माण देखना का मौका नहीं मिला, क्योंकि वह मेकअप रूम से सेट तक एक्टर्स को लाने- ले जाने में लगी रही थीं.
Kiran Rao recalled memories of Lagaan: किरण राव ने हाल ही में आमिर खान की फिल्म 'लगान' में काम करने को लेकर बात की. किरण इस फिल्म में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम कर रही थीं. किरण राव ने अपना एक्सपीरियेंस शेयर किया और बताया कि उन्हें यह काम दिया गया था कि एक्टर्स अपने मेकअप के लिए पहुंच जाएं. उन्होंने खुलासा किया उन्हें टास्क दिया गया था कि एक्टर्स 4.30 तक अपने वैनिटी वैन में पहुंच जाएं. किरण राव ने अपने इस एक्सपीरियेंस को एक बुरा सपना बताया.
लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में किरण राव (Kiran Rao) ने बताया कि मेरा काम था कि सभी एक्टर्स का मेकअप, हेयरस्टाइल और वार्डरॉब देखना. लगान में दो क्रिकेट टीम थीं. सबकी दाढ़ी थी और महिलाओं को अलग-अलग ड्रेस पहननी थी. यह एक बुरा सपना था. सुबह 4-4:30 बजे सेट पर पहुंचने से पहले मैं अपने वॉकी पर उन्हें टोस्टर लगाने के लिए कहती थी. गोरी मेम एलिजाबेथ (राचेल शेली) (Rachel Shelley) की भूमिका निभाने वाली एक्ट्रेस को सुबह सबसे पहले टोस्ट चाहिए होता था.''
ओह मॉय गॉड! एक शादी अटेंड करने के मिलते हैं Orry को 15-30 लाख रुपए, बोले- ये मेरी इनकम...
2001 में आई थी आमिर खान की ब्लॉकबस्टर 'लगान'
बता दें कि साल 2001 में आई फिल्म लगान को आशुतोष गोवारिकर (Ashutosh Gowariker) ने लिखा और डायरेक्ट किया था. फिल्म में मुख्य भूमिका में आमिर खान (Aamir Khan) थे. इस फिल्म से ग्रेसी सिंह ने अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था. 1893 के वक्त को दिखाते हुए बनी इस फिल्म में एक गांव के लोग अपना लगान माफ करवाने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ क्रिकेट मैच खेलने का फैसला करते हैं.
ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई थी 'लगान'
यह आमिर खान प्रोडक्शंस की पहली फिल्म भी थी. यह फिल्म सुपर डुपर हिट रही थी. फिल्म की टक्कर सनी देओल की 'गदर: एक प्रेम कथा' के साथ हुई थी. बावजूद इसके इस फिल्म को दर्शकों के साथ-साथ क्रिटिक्स का भी भरपूर प्यार मिला. इस फिल्म की कई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में स्क्रीनिंग की गई थी. 'मदर इंडिया' (1957) और 'सलाम बॉम्बे' (1988) के बाद सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म के लिए अकादमी अवॉर्ड्स के लिए नॉमिनेट होने वाली यह तीसरी फिल्म थी.
सिर से पैर तक तमन्ना भाटिया ने पहना जालीदार कपड़ा, 50 की टिस्का ने भी लगाया ग्लैमर का तड़का
किरण राव ने धोबी घाट के साथ किया था डायरेक्शन में डेब्यू
बता दें कि किरण राव ने 2010 में आई फिल्म धोबी घाट के साथ डायेरक्शन में डेब्यू किया था. हाल ही में उनकी फिल्म लापता लेडीज सिनेमाघरों में आई है, जिसे दर्शकों का प्यार मिल रहा है.