Aamir Khan Film Directors: आमिर खान बॉलीवुड (Bollywood) के उन एक्टरों में से हैं, जिनके बारे में कहा जा सकता है कि हर बड़ा डायरेक्टर उन्हें लेकर फिल्म बनाना चाहता है. लेकिन बॉलीवुड में एक ऐसा सीनियर डायरेक्टर भी है, जिसे आमिर खान के काम करने का अंदाज पसंद नहीं. इस डायरेक्टर ने खुल कर आमिर के काम करने के अंदाज की आलोचना की है. यह डायरेक्टर हैं, महेश भट्ट (Mahesh Bhatt). महेश भट्ट हमेशा अपनी बात खुल कर कहने के लिए प्रसिद्ध रहे हैं. एक दौर ऐसा भी था जब महेश भट्ट अर्थ, सारांश और नाम जैसी फिल्में बना कर शिखर पर थे और शुरुआती नाकामियों के बाद आमिर का करियर लड़खड़ा रहा था. लेकिन इस दौर में महेश भट्ट ने आमिर की तरफ हाथ बढ़ाया और उनके साथ दिल है कि मानता नहीं (1991) और हम हैं राही प्यार के (1993) के जैसी फिल्में बनाईं. मगर जब आमिर ने भट्ट कैंप (Bhatt Camp) की गुलाम (1998) में साथ काम करना शुरू किया, तो दोनों के बीच विवाद शुरू हो गए और धीरे-धीरे वे एक-दूसरे की खुल कर आलोचना करने से नहीं चूके.


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परफेक्शन बीमारी है
गुलाम की शूटिंग के दौरान आमिर को जहां महेश भट्ट की कुछ आदतों से समस्या थी तो महेश भट्ट को आमिर का ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ वाला अंदाज सही नहीं लगा. भट्ट का कहना था कि परफेक्शन बीमारी है. हमें सधे हुए बजट में फिल्म बनाते हुए अपना बेस्ट देना चाहिए. गुलाम के वक्त दोनों के बीच मतभेद इतने बढ़े कि आखिरकार निर्माता मुकेश भट्ट को गुलाम के निर्देशन के लिए विक्रम भट्ट (Vikram Bhatt) को लाना पड़ा. कहने वाले यह भी कहते हैं कि गुलाम का डायरेक्शन विक्रम भट्ट ने नहीं बल्कि आमिर ने किया था. मगर उन्होंने अपना नाम नहीं दिया. आमिर के दूसरों या निर्देशकों के काम में दखल देने के अंदाज को महेश भट्ट ने कभी माफ नहीं किया और काम के साथ-साथ उनकी पर्सनैलिटी को भी निशाने पर लिया.


किताब में लिखी बड़ी बात
महेश भट्ट ने अपनी किताब ‘जागी रातों के किस्से’ में आमिर के बारे में एक जगह ऐसी बात लिखी है, जो इस एक्टर के बारे में कई खुलासे करती है. महेश भट्ट ने लिखा हैः ‘बहुत कम लोग जानते हैं कि आमिर खान की ‘मिस्टर क्लीन’ छवि (इमेज) भी कृत्रिम (नकली) है. उन्हें तो अपनी सच्चाई बदलने के लिए ऑस्कर दिया जाना चाहिए. हम लोगों (फिल्म इंडस्ट्री) में से जो उनके साथ काम कर चुके हैं, वे सभी जानते हैं कि आमिर खान सभी चीजों पर नियंत्रण रखना चाहते हैं. ‘भागीदारी’ या ‘हिस्सेदारी’ के नाम पर वह नियंत्रण का ऐसा गंदा खेल खेलते हैं, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती. वफादार पति की उनकी छवि भी एक मिथक है.’ महेश भट्ट की आखिरी बात भी आगे जाकर सच साबित हुई. आमिर खान दो शादियां कर चुके हैं. दोनों पत्नियों से उनका तलाक हो चुका है.


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