Mahesh Bhatt Movie Daddy 35 Years:  एक बच्चे को पालने के लिए एक गांव की जरूरत होती है और कभी-कभी एक फिल्म बनाने के लिए एक परिवार की. बॉलीवुड के जाने-माने फिल्म निर्देशक-निर्माता महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) की साल 1989 की ड्रामा फिल्म 'डैडी' (Daddy) उनकी कई फिल्मों की तरह उनके घावों से पैदा हुई एक बेहद निजी फिल्म है. इस फिल्म की कहानी एक ऐसी बेटी पर पर आधारित है, जो अपने पिता की शराब छुड़ाने की कोशिश करती है. 


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इस फिल्म की जड़ें एक ऐसे ही कोमल पल से मिलती हैं, जब महेश भट्ट ने अपनी बेटी शाहीन भट्ट (Shaheen Bhatt) को अपनी गोद में उठाया था, लेकिन जब वे किस करने लगे तो शाहीन ने अपना सिर घुमा लिया था, क्योंकि उनके मुंह से शराब की गंद आ रही थी, लेकिन वो नहीं जानती थी कि उनके पिता नशे में थे. साल 1989 में 'डैडी' उनकी फिल्म का प्रीमियर पहली बार दूरदर्शन पर हुआ था, जिसको आज 35 साल पूरे हो गए हैं. महेश भट्ट ने हाल ही में इंडियन एक्सप्रेस से वीडियो कॉल के जरिए बात की. 



डायरेक्टर की पर्सनल लाइफ से जुड़ी है फिल्म 


साथ ही उन्होंने अपनी फिल्म के बारे में बात. उन्होंने बताया, 'मेरे पास अभी भी 'डैडी' की स्क्रिप्ट रखी हुई है. ये एकमात्र स्क्रिप्ट है जो मुझे आपसे मिली है'! महेश भट्ट ने खुलासा करते हुए कहा, ''डैडी' फिल्म का ख्याल उन्हें अपनी पर्सनल लाइफ से आया था. उन्हें शराब पीने की लत थी. जब सोनी राजदान गर्भवती थीं तो वे उन्हें शराब छोड़ने के लिए कहती थी. हालांकि, महेश ने उनकी बात नहीं मानी'. डायरेक्टर ने आगे बताया, 'जब शाहीन पैदा हुईं और घर आईं तो महेश काफी नशे में थे. उन्होंने बेटी को चूमने के लिए बांहों में उन्हें उठाया'. 



डैडी को हुए 35 साल 


उन्होंने बता करते हुए आगे कहा, 'लेकिन नन्ही शाहीन ने अपना मुंह फेर लिया और तभी महेश ने शराब छोड़ने का फैसला किया. लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था कि वे कभी शराब छोड़ सकते हैं. वे भी बिना किसी डॉक्टर या दवाई के बिना, लेकिन ऐसा हुआ. उन्होंने शराब पीना छोड़ दिया और यही से 'डैडी' फिल्म की कहानी का ख्याल आया'. पिता के शराब छोड़ने और 'डैडी' फिल्म में काम करने के बाद पूजा खुद भी 44 साल की उम्र में शराब की लत में पड़ गई थीं. हालांकि, पूजा ने अपने पिता महेश भट्ट के कहने पर शराब से दूरी बना ली थी.