Mangalavaar: यहां हर मंगलवार को होता है मौत का तांडव; देखकर हिल जाएंगे आप, ट्रेलर ने दिलाई Kantara की याद
Mangalavaar Trailer: फिल्में अब राज्यों और भाषाओं की सीमाएं तोड़ रही हैं. खास तौर पर साउथ से आने वाला सिनेमा पैन-इंडिया आकार ग्रहण कर रहा है. पिछले साल हर किसी को चौंकाने वाली कन्नड़ फिल्म कांतारा के सीक्वल का इंतजार हो रहा है. मगर इससे पहले एक अन्य कन्नड़ फिल्म का ट्रेलर सुर्खियां बटोर रहा है...
Mangalavaar Trailer In Hindi: पिछले साल देश-दुनिया में धूम मचाने वाली फिल्म कांतारा के बाद एक और कन्नड़ फिल्म मंगलवार का ट्रेलर धूम मचा रहा है. यह ट्रेलर देखकर न केवल लोग हैरान हैं, बल्कि उन्हें कांतारा की भी याद आ रही है. फिल्म का टीजर जुलाई में रिलीज हुई था, तभी इसने सुर्खियां बटोरी थीं. मगर आज बुधवार को रिलीज होकर, मंगलवार के ट्रेलर ने धमाका किया. साउथ में आरएक्स 100 जैसी धमाकेदार फिल्म बनाने वाले निर्देशक अजय भूपती ने मंगलवार बनाई है. अजय भूपति की यह फिल्म एक डार्क-देहाती थ्रिलर है. देहात से जुड़ी ऐसी ही डार्क-थ्रिलर कांतारा भी थी, जिसमें देवताओं की रहस्यमयी शक्ति की बात थी. मंगलवार के ट्रेलर में भी ग्रामीण देवताओं की उपस्थिति है.
किस जॉनर में
मंगलवार अगले महीने, 17 नवंबर को रिलीज हो रही है. आरएक्स 100 और महा समुद्रम के बाद अजय भूपति इस फिल्म के साथ बड़े पर्दे पर वापसी कर रहे हैं. फिल्म हिंदी, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ और तमिल में रिलीज होगी. फिल्म में पायल राजपूत लीड रोल में हैं. कांतारा फेम अजनीश बी लोकनाथ फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर हैं. ट्रेलर में उनके म्यूजिक की खनक को महसूस किया जा सकता है. अजय भूपति ने कहा है कि मंगलावर डार्क थ्रिलर है, जिसे फिलहाल किसी जॉनर की फिल्म में नहीं रखा जा सकता. हमने कुछ अलग बनाया गया है. मैं अभी इससे ज्यादा कुछ नहीं कह सकता.
मौतों का रहस्य
निर्देशक ने कहा कि हमने एक ऐसा बिंदु छुआ है जिसे पहले किसी ने नहीं छुआ गया. फिल्म का टाइटल मंगलवार इसलिए रखा गया है कि यहां जिस गांव की कहानी बताई गई है, वहां हर मंगलवार के दिन कुछ लोग भयानक मौत के शिकार होते हैं. इन मौतों का रहस्य क्या है, यह कोई नहीं जानता और लोग बुरी तरह डरे हुए हैं. मेकर्स का कहना है कि हालांकि यह नहीं कहना चाहिए कि यह महिला प्रधान फिल्म है, लेकिन हमने महिलाओं से संबंधित एक मुद्दे को उठाया है. फिल्म में 30 से ज्यादा किरदार हैं और इसकी शूटिंग 99 दिनों में पूरी की गई. कुछ सूत्रों का कहना है कि यह फिल्म 1990 के दशक की एक हॉरर स्टोरी (Horror Story) है, जिसका घटनाक्रम एक गांव में रखा गया है.