Rajkumar Kohli Films: राजकुमार कोहली 1970-80 के दशक के उन फिल्ममेकर्स में से थे, जिनकी फिल्मों ने लोगों के दिल-दिमाग पर गहरा असर किया. चाहे उनकी नागिन और जानी दुश्मन जैसी फैंटेसी फिल्में हों या फिर नौकर बीवी का जैसी कॉमेडी. नागिन में उन्होंने जो फंतासी दिखाई, उसका असर आज तक है. फिल्मों के बाद टीवी पर आज भी कोई आइडिया हिट है, वह तो नागिन की कहानियां ही हैं. लेकिन कोहली कि जिस एक अन्य फिल्म ने लोगों के दिलों पर गहरा असर किया था, वह थी 1979 में आईः जानी दुश्मन. यह हिंदी की उन हॉरर फिल्मों में है, जिन्होंने देखने वाले के दिमाग पर कब्जा कर लिया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

लाल जोड़े का असर
जानी दुश्मन को लेकर सबसे पहले सेंसर बोर्ड ही अड़ गया था. उसने फिल्म को सेर्टिफिकेट देने से इंकार कर दिया था. कारण बताया कि इस फिल्म से अंधविश्वास बढ़ेंगे. लेकिन राजकुमार कोहली सेंसर के फैसले के विरुद्ध कोर्ट गए और जीते. फिल्म ने सचमुच लोगों पर जबर्दस्त असर किया. कहा जाता है कि जानी दुश्मन का असर इतना गहरा था कि फिल्म को देखने के बाद देश के कई गांवों में लोगों ने नई दुल्हन को शादी में लाल जोड़ा पहनाना बंद कर दिया. दुल्हनों को नारंगी और गुलाबी जोड़े पहनाकर उनकी शादी की गई. इन्हीं जोड़ों में उनकी विदाई हुई. लाल रंग का जोड़ा दुल्हन को न पहनाने का कनेक्शन जानी दुश्मन की कहानी से था.



कहानी ठाकुर की
जानी दुश्मन की कहानी ऐसे पहाड़ी गांव की है, जहां राक्षसनुमा पिशाच रहता है. यह पिशाच लाल जोड़ा पहनकर दुल्हन बनने वाली लड़कियों को उठा लेता है और उनकी हत्या कर देता है. फिल्म में संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) रईस ठाकुर ज्वाला प्रसाद बने थे. इस ठाकुर की शादी एक खूबसूरत लड़की से होती है. एक दिन वह पत्नी को उसके प्रेमी के साथ रंगेहाथ पकड़ लेता है. दोनों को देखते ही ठाकुर पिशाच में बदल जाता है और उनकी हत्या कर देता है. इसके बाद गांव में किसी भी लड़की की शादी हो, खबर मिलते ही ठाकुर राक्षसनुमान पिशाच में बदल जाता है और दुल्हन को उठा कर एक गुफा में ले आता है. जहां उसकी हत्या कर देता है. दुल्हनें एक-एक कर गायब होती और मरती हैं. गांव वाले समझ नहीं पाते कि क्या हो रहा है. फिल्म के गाने खूब हिट हुए थे. जितेंद्र, शत्रुघ्न सिन्हा, विनोद मेहरा, रेखा, रीना रॉय, नीतू सिंह, बिंदिया गोस्वामी, सारिका, योगिता बाली जैसे सितारे जानी दुश्मन में थे. मगर संजीव कुमार को पर्दे पर देखकर दर्शकों के रोंगटे खड़े हो गए थे.