नई दिल्ली : बॉलीवुड के सीनियर और शानदार एक्टर्स में से एक रहे ओम पुरी हिंदी फिल्मी दुनिया के अलावा हॉलीवुड में भी काफी मशहूर रहे. आज 6 जनवरी के दिन उनकी दूसरी पुण्यतिथि है. दो साल पहले 66 साल की उम्र में ओम पुरी इस दुनिया से हमेशा के लिए अलविदा कह गए थे. ओम पुरी का जितना योगदान पैरलल सिनेमा में रहा उससे कहीं ज्यादा वो मेनस्ट्रीम फिल्मों के साथ रहे. ओम पुरी ने लगभग 300 अलग-अगल भाषाओं की फिल्में की जिसमें हिंदी से साथ कन्नड़, मराठी, मलयालम, हॉलीवुड और ब्रिटिश फिल्में थीं.


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आइए जानें, उनकी ऐसी ही फिल्मों में बोले गए दमदार डायलॉग्स...


B'day SPL: होटल में धोए बर्तन और बीनना पड़ा कोयला, ये हैं ओमपुरी की लाइफ के किस्से


1. अग्निपथ: जिस दिन पुलिस की वर्दी का साथ पकड़ा... उस दिन डर का साथ छोड़ दिया.


2. चाइना गेट: जंग कोई भी हो, नतीजा कुछ भी हो...एक सिपाही अपना कुछ ना कुछ खो ही देता है.


3. प्यार तो होना ही था: हर इंसान को जिंदगी में एक बार प्यार जरूर करना चाहिए...प्यार इंसान को बहुत अच्छा बना देता है.



4. चक्रव्यूह: मैं ऐसे लोकतंत्र में विश्वास नहीं करता...जो गरीबों की इज्जत करना नहीं जानता.


5. नरसिम्हा: मेरा फरमान आज भी इस शहर का कानून है. मैं जब भी करता हूं, इंसाफ ही करता हूं.


6. बाबुल: परंपराओं की लकीरें जब धुंधली पड़ जाती हैं...तो नई लकीरें खींचने से परहेज नहीं करना चाहिए.


7. जाने भी दो यारो: द्रोपदी तेरे अकेले की नहीं है...हम सब शेयरहोल्डर हैं.


ओमपुरी ने अपने करियर की शुरुआत मराठी नाटक पर आधारित फिल्म 'घासीराम कोतवाल' से की थी. साल 1980 में आई फिल्म 'आक्रोश' ओम पुरी की सबसे पहली हिट फिल्म साबित हुई. इसके बाद से वे सफलता की बुलंदियों तक पहुंचते गए. उनके अपने जीवनकाल में तकबरीन 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया.


हॉलीवुड का सफर
ओमपुरी ने बॉलीवुड के अलावा हॉलीवुड की 'ईस्ट इज ईस्ट', 'सिटी ऑफ जॉय', 'वुल्फ' जैसे फिल्मों में काम किया. इन फिल्मों में उन्होंने लीड रोड प्ले किए थे. बॉलीवुड की  'आक्रोश', 'अर्धसत्य', 'आरोहण', 'घायल', 'माचिस', 'गुप्त', और 'प्यार तो होना ही था' जैसी फिल्मों में अपनी सफलता के झंडे गाड़ने वाले ओम पुरी की 06 जनवरी 2017 को 66 साल उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था.


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