क्या राज कपूर की इस बात से कई साल खफा रही थीं Sadhana Shivdasani?
साधना शिवदासनी (Sadhana Shivdasani) अगर आज जिंदा होतीं, तो अपना 79वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रही होतीं.
नई दिल्ली: 2 सितंबर 1941 में जन्मी साधना शिवदासनी (Sadhana Shivdasani) अगर आज जिंदा होतीं, तो अपना 79वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रही होतीं. साधना और राज कपूर के बीच के रिश्तों की चर्चा कई बार उठी है. बहुत कम लोग जानते हैं कि साधना राज कपूर की रिश्तेदार थीं. उनकी चचेरी बहन बबिता, राज कपूर के बेटे रणधीर कपूर की पत्नी हैं. उससे पहले भी चूंकि दोनों परिवार बंटवारे के बाद पाकिस्तान से मुंबई आए थे, उनका आपस में परिचय था. राज कपूर ने ही उनको बड़े पर्दे पर पहला ब्रेक दिया, राज कपूर ने ही उनको उनके पहले डायरेक्टर और उनके भविष्य के पति से मिलवाया. फिर भी राज कपूर और साधना दोनों के बीच एक अजीब सी खामोशी थी, जिस पर पुराने लोग अब भी चर्चा कर लेते हैं.
राज कपूर ने दिया था बड़े पर्दे पर आने का मौका
साधना तब 15 साल की थीं, जब उन्हें राज कपूर ने अपनी फिल्म ‘श्री 420’ में बड़े पर्दे पर आने का मौका दिया था. इस मूवी में उनको एक डांसिंग गर्ल के तौर पर दिखने का मौका मिला था, गाना था ‘मुड़ मुड़ के ना देख मुड़ मुड़ के’, लेकिन फिल्मी मैगजीन स्क्रीन ने वही फोटो शूटिंग से लेकर छाप दिया. साधना अचानक चर्चा में आ गईं और एक सिंधी प्रोडयूसर ने उनको एक सिंधी फिल्म ‘अबाना’ में साइन कर लिया, चूंकि सिंध के कराची में पैदा हुई थीं साधना तो उन्हें सिंधी भाषा आती थी.
ऐसे मिली थी फिल्म ‘लव इन शिमला’
इसी दौरान राज कपूर ने उन्हें असिस्टेंट डायरेक्टर आर के नैय्यर से भी मिलवाया था, जो उन दिनों काजोल के दादा ससाधर मुखर्जी के लिए एक फिल्म लिख रहे थे ‘लव इन शिमला’, जो अपने बेटे जॉय मुखर्जी की इस मूवी के लिए एक नया चेहरा ढूंढ रहे थे. आर के नैय्यर ने उन्हें वो साधना की सिंधी मूवी दिखाई, ससाधर मुखर्जी को फौरन वो लड़की समझ आ गई और इस तरह एक बड़ी हिंदी मूवी साधना के हिस्से में आई ‘लव इन शिमला’.
आर के नैय्यर से रचाई थीं शादी
दिलचस्प बात थी कि इसे आर के नैय्यर ने ही डायरेक्ट किया. उन्होंने ही साधना कट को फाइनल टच दिया और बाद में ये फैशन बन गया. उनकी स्टाइल बन गई. आर के नैय्यर से साधना की ये दोस्ती बाद में मोहब्बत में बदल गई और दोनों ने शादी कर भी कर ली. बावजूद इसके आर के नैय्यर से मिलवाने वाले राज कपूर से वो बचती रहीं, दोनों के बीच एक अलग सी खामोशी थी. तब उनके पिता ने राज कपूर के साथ लीड रोल में एक फिल्म करने को कहा, उनके कहने पर साधना ने इस मूवी में राज कपूर के साथ काम किया.
साधना को चुभ गई थी ये बात
इस मूवी का नाम था ‘दूल्हा दुल्हन’, जैसे उनके रिश्ते थे, वैसे ही मूवी के नतीजे रहे, मूवी कब खामोशी से आई और चली गई, पता ही नहीं चला. फिर भी दोनों का कोई बयान एक दूसरे के खिलाफ नहीं आया. ऐसे में लोग कयास ही लगाते रहे हैं कि आखिर क्या वजह रही होगी उनके बीच की खामोशी की?
साधना और राज कपूर के बीच की खामोशी वजह
जानकार बताते हैं कि ‘श्री 420’ के गाने की शूटिंग के लिए जब साधना आई थीं, तो काफी छोटी थीं और तुनक मिजाज भी. वो बार-बार अपने बालों को संवारना शुरू कर देती थीं, जिससे राज कपूर ने उनको टोका और शायद ये भी कहा कि अगर बाल संवारने का इतनी ही शौक है तो फिल्म लाइन में क्यों आई हो, शादी क्यों नहीं कर लेतीं? ये बात साधना को चुभ गई थी. हालांकि, बहुत कम लोगों को पता था राज कपूर भी सेट पर जब असिस्टेंट के तौर पर काम करते थे, तो अपने डायरेक्टर केदार शर्मा का थप्पड़ वो ऐसी ही हरकतों के चलते खा चुके थे. पहले तो वो सेट पर लेट आते थे और आते ही शीशे में बाल संवारना शुरू कर देते थे. मानों उनको ही कैमरे के सामने जाना हो. शायद राज कपूर ने भी वही रुख अपनाया, और साधना नाराज हो गईं.
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