Shah Rukh Khan Films: कई बार फिल्मों से जुड़ी हुई सीक्रेट बातें बाद में खुलकर कर सामने आती हैं. अब नई रिपोर्ट्स के मुताबिक शाहरुख खान एक समय निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत का स्क्रीनप्ले सुनने के बाद इसमें अलाउद्दीन खिलजी बनने के लिए तैयार हो गए थे. भंसाली की 2018 में आई पद्मावत हिंदी सिनेमा के सबसे चर्चित और भव्य पीरियड ड्रामा में से एक है. फिल्म मलिक मुहम्मद जायसी के महाकाव्य कहे जाने वाले पद्मावत पर आधारित है. फिल्म में दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone), शाहिद कपूर और रणवीर सिंह (Ranvir Singh) मुख्य भूमिका में थे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि रणवीर सिंह इस फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी के रोल में भंसाली की पहली चॉइस नहीं थे?


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दीपिका ने रखी शर्त
रणवीर को अलाउद्दीन खिलजी के रोल में बहुत तारीफें मिलीं, परंतु एक समय ऐसा था, जब उन्होंने यह फिल्म लगभग छोड़ दी थी. जब रणवीर ने किरदार को अलविदा कहने का फैसला किया, तो भंसाली यह रोल ऑफर करने के लिए शाहरुख खान के पास सीधे मन्नत चले गए थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्क्रीनप्ले सुनने के बाद शाहरुख (Shah Rukh Khan) फिल्म में काम करने के लिए तैयार हो गए थे. लेकिन उनका मानना था कि फिल्म का टाइटल बदला जाना चाहिए. उस समय भंसाली ने फिल्म को पद्मावती (Padmavati) नाम दिया था और शाहरुख खान का मानना था कि उनके प्रशंसक इस बात को पसंद नहीं करेंगे कि उनकी फिल्म का टाइटल हीरोइन के नाम पर रखा गया है. लेकिन संजय लीला भंसाली इस बात से मुश्किल में पड़ गए क्योंकि दीपिका ने उन्हें चेतावनी दी थी कि अगर टाइटल बदला गया तो वह फिल्म छोड़ देंगी.


पद्मावती से पद्मावत
वैसे रोचक तथ्य यह है कि पद्मावती नाम पर काफी विवाद पैदा हुआ था और भंसाली पर हमला तक हुआ. तब उन्हें फिल्म का नाम बदलकर पद्मावत करना पड़ा था. खैर, इससे पहले कि भंसाली जब तक शाहरुख के ऑफर पर ज्यादा कुछ सोच पाते, रणवीर सिंह प्रोजेक्ट पर लौट आए. तमाम विवादों के बीच रिलीज हुई फिल्म ने दुनिया भर में बॉक्स ऑफिस पर 300 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की थी. साथ ही इस फिल्म के लिए रणवीर को कई पुरस्कार मिले. आज भी अलाउद्दीन खिलजी के रोल को उनके करियर के शानदार परफॉरमेंस में गिना जाता है.