Shoojit Sircar: फिल्मकार सुजित सरकार का कहना है कि उनकी आगामी फिल्म एक ऐसी कहानी पर आधारित है जो रोजमर्रा की जिंदगी को मुस्कुराहट के साथ प्रदर्शित करती है. इस फिल्म का शीर्षक अभी तक तय नहीं हुआ है, इसमें अभिनेता अभिषेक बच्चन अहम भूमिका में नजर आएंगे. महानायक अमिताभ बच्चन के साथ 'पीकू', 'गुलाबो सिताबो' और 'पिंक' सहित कई फिल्मों में काम कर चुके सरकार उनके बेटे अभिषेक के साथ पहली बार काम कर रहे हैं.


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आने वाली है अभिषेक की बेस्ट फिल्म
सिनेमाघरों में 15 नवंबर को रिलीज होने वाली यह फिल्म एक बार फिर 2015 की 'पीकू' की तरह पिता-पुत्री के रिश्ते को दिखाएगी. सुजित सरकार ने कहा कि यह लंबे समय से चल रहा एक सहयोग था और अभिषेक बच्चन की अब तक की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक है. उन्होंने 'पीटीआई-भाषा' को दिए एक इंटरव्यू में कहा, 'यह जीवन का एक बहुत ही सरल अवलोकन है, जिसमें एक छोटी सी मुस्कान है. जब मैं फिल्म देखता हूं, इसका पोस्ट-प्रोडक्शन, तो यह मेरे चेहरे पर मुस्कान ले आता है. और, मैं गारंटी दे सकता हूं कि यह अभिषेक बच्चन की बेहतरीन फिल्मों में से एक है. हम हमेशा साथ काम करना चाहते थे, लेकिन हमें सही तरह की पटकथा नहीं मिल रही थी.'


 



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नहीं था वक्त
शूजित ने एक सवाल के जवाब में कहा- 'जब मेरे पास कोई कहानी होती है और मुझे पता होता है कि यह कहानी फिल्म का रूप लेने के लिए तैयार है, तभी मैं इसे करता हूं. कोविड-19 महामारी और 'गुलाबो सिताबो' तथा 'सरदार उधम सिंह' के लगातार रिलीज होने के कारण, मेरे पास स्क्रिप्ट पर ध्यान केंद्रित करने का समय नहीं था.' 


जो नहीं देखते फिल्म उनसे दिक्कत नहीं
निर्देशक ने कहा कि वह आम तौर पर एक कहानी को अंतिम रूप देने में एक साल और कभी-कभी उससे भी अधिक समय लेते हैं. बड़े पर्दे पर रिलीज हुई उनकी आखिरी फिल्म 2018 में आई 'अक्टूबर' थी, जिसमें वरुण धवन और बनिता संधू अहम भूमिका में थे. सरकार ने कहा, 'मैं बहुत कम फिल्में बनाता हूं और मेरे विषय बहुत अलग होते हैं, लेकिन मैं आमतौर पर रोजमर्रा की जिंदगी की कहानियां देखता हूं. कुछ लोग उन कहानियों को पसंद करते हैं और कुछ नहीं, लेकिन मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है. मैं उन लोगों का आभारी हूं जो उनकी सराहना करते हैं.' 


 



 


दिल्ली में पढ़ाई करने वाले और मुंबई आने से पहले 'एक्ट वन' नाम से अपना खुद का थिएटर ग्रुप बनाने वाले सरकार ने कहा कि उनका मानना है कि उनके गैर-फिल्मी प्रभाव उन कहानियों के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं जो वे बताते हैं, जो जरूरी नहीं कि आम फिल्मी फार्मूले का फॉलो करती हों.