श्रद्धा ने जाकिर से किया सवाल, क्या मुझे लेना चाहिए खुद का घर? तो मिला जवाब- `ये सबके नसीब में नहीं होता है...`
Shraddha Kapoor: श्रद्धा कपूर इन दिनों अपनी मच अवेटेड अपकमिंग हॉरर कॉमेडी फिल्म `स्त्री 2` को लेकर सुर्खियों में बनी हुई हैं, जो जल्द ही सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली है. हाल ही में एक्ट्रेस फिल्म की प्रमोशन के लिए स्टैंडअप-कॉमेडियन जाकिर खान के नए शो में पहुंची. जहां उन्होंने जाकिर से एक सवाल किया, जिसका ये जवाब मिला.
Shraddha Kapoor At Zakir Khan Show: श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव काफी समय से अपनी मोस्ट अवेटेड अपकमिंग हॉरर कॉमेडी फिल्म 'स्त्री 2' को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं. उनकी ये फिल्म 15 अगस्त को सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली है, जिसको लेकर उनके फैंस काफी एक्साइटेड हैं. फिल्म में एक बार फिर श्रद्धा और राजकुमार के अलावा पंकज त्रिपाठी, अभिषेक बनर्जी और अपारशक्ति खुराना नजर आने वाले हैं. फिल्म के ट्रेलर ने फैंस का दिल जीत लिया था.
श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव भी इन दिनों अपनी फिल्म की जमकर प्रमोशन करने में बिजी चल रहे हैं. इसी बीच दोनों स्टैंडअप-कॉमेडियन जाकिर खान के नए शो 'आपका अपना जाकिर' में पहुंचे. जहां उन्होंने काफी सारी बातों के साथ-साथ मस्ती मजाक भी किया. इसी बीच श्रद्धा ने जाकिर से एक सवाल किया, जिसका उनको ऐसा जवाब मिला कि हर कोई सुनकर इमोशनल हो गया. श्रद्धा ने जाकिर से अपना अलग घर लेने के बारे में सवाल करती हैं, जिसके जवाब ने सभी का दिल जीत लिया.
क्या श्रद्धा कपूर को लेकर चाहिए अलग घर?
श्रद्धा पूछती हैं, 'आपको क्या लगता है कि मुझे खुद का घर लेना चाहिए या जैसे मम्मी-पापा के साथ हूं, वैसे रहूं'? इस सवाल के जवाब में जाकिर कहते हैं, 'कुछ तो है जो घर का आंगन दे नहीं पाता. यूंही सफर में नहीं होता कोई. हिंदुस्तान में ज्यादातर लोग जो घर छोड़ते हैं, वो जरूरतों की मजबूरी में छोड़ते हैं. इतने साल घर से दूर रहने के बाद जब मैं उन सब लोगों को पलट कर देखता हूं, जो मेरे दोस्त घर पर ही रहे. तो सोचता हूं कि जो भी मैंने पाया है. वो उसके बराबर नहीं है'.
जाकिर की बात सुन हर कोई हुआ इमोशनल
जाकिर आगे कहते हैं, 'अब जब मैं पलट कर अपनी जिंदगी देखता हूं, तो लगता है कि वो सब लोग मुझसे जीत गए, जिन्होंने घर नहीं छोड़ा. बड़ी खुशकिस्मत हैं आप जो अपने मां-बाप के साए में रहती हैं. ये सबके नसीब में नहीं होता है, तो मेरे ख्याल से जब तक धक्का देकर ना निकालें, तब तक टिके रहिएगा'. जाकिर की इस बात को सुनने के बाद श्रद्धा कहती हैं, 'हां मैं भी यही सोचती हूं'. जिसका सीधा मतलब यही होता है कि वो अपने माता-पिता का साथ कभी नहीं छोड़ेंगी.