नई दिल्ली : जब इंदिरा गांधी सरकार ने इमरजेंसी लगाई थी. उसी दौरान एक मुद्दा था नसबंदी. सरकार ने जनसंख्या पर लगाम लगाने के लिए नसबंदी कार्यक्रम शुरू किया था, जिसका काफी विरोध हुआ था. अब इसी मुद्दे पर फिल्म आ रही है 'शुक्राणु: हुई इमोशन की नसबंदी', जो कॉमेडी के जरिए लोगों को इस घटना की पूरी जानकारी देगी.


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ज़ी-5 की इस फिल्म का प्रोमो जारी किया गया, जो लोगों को काफी पसंद आ रहा है. इसमें दिखाया गया है कि कैसे लोगों को जबरदस्ती पकड़ उनकी नसबंदी की गई. लोगों को बस में भरकर ले जाया गया, ये भी नहीं देखा कि कौन बूढ़ा है और कौन जवान.  प्रोमो की शुरुआत विजय राज की आवाज से होती है. वह कहते हैं कि '1975 में भारत तरक्की की ओर तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन सरकार के अनुसार परमाणु और कीटाणु के बाद देश पर एक नया ख़तरा मंडरा रहा है और वो है शुक्राणु.' 



इसी में एक युवक इंदर को ज़बरन नसबंदी की प्रक्रिया से गुज़रना पड़ता है, जिसके चलते उसकी शादी, उसके प्रेमसबंध और उसकी मन की शांति काफ़ी प्रभावित होते हैं. यह एक कॉमेडी फिल्म है जो 70 के दशक में लगाए गए आपातकाल के दौरान हुए ज़बरन नसबंदी जैसे गंभीर मुद्दे पर प्रकाश डालती है. इंदर को नसबंदी के बाद एक तेल का डिब्बा और कुछ पैसे दिए जाते हैं. इसके बाद फिर विजय राज की आवाज- 'लगा लो कितनी भी जान. ये सरकार होनी नहीं देगी संतान.'


इस फिल्म में इंदर का रोल दिव्येंदु शर्मा अदा कर रहे हैं. उनके साथ श्वेता बसु प्रसाद और शीतल ठाकुर भी हैं. यह फिल्म का निर्देशन विष्णु हलदर ने किया है. फिल्म 14 फरवरी को रिलीज होगी. बता दें कि वेलेंटाइन डे पर सारा अली खान और कार्तिक आर्यन की 'लव आजकल' भी रिलीज होने वाली है. इम्तियाज अली ने इसे डायरेक्ट किया है. ट्रेलर पहले ही लोगों के दिलों में जगह बना चुका है.


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