नई दिल्ली: सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की आखिरी फिल्म 'दिल बेचारा' 24 जुलाई को OTT प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने वाली है. फिल्म के ट्रेलर को काफी पसंद किया गया है. फिल्म में सुशांत की एक्ट्रेस संजना सांघी ने फिल्म को लेकर अपने एक्सपीरियंस को शेयर किया. संजना ने ZEE News से खास बातचीत की. देखिए बातचीत के कुछ प्रमुख अंश.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

Q. संजना आपने सोशल मीडिया पर लिखा कि 'बहुत दर्द है कुछ कम करते हैं'. आपने सुशांत के फैंस से गुजारिश की कि इस फिल्म को ऐसा खूबसूरत एक्सपीरियंस बना दें की हर कोई इसे याद रखे और जिस तरह का रिस्पॉन्स फिल्म के ट्रेलर को मिल रहा तो क्या लगता है कि सुशांत जहां होंगे खुश होंगे?


A. ये कोई कहने की बात ही नहीं क्योंकि वो हम सब के अंदर हैं. सभी लोग उन्हें काफी पसंद करते और मैं खुद उनकी बहुत बड़ी फैन हूं, मैं बहुत खुशनसीब हूं एक साथी, एक दोस्त की तरह मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला. लेकिन इन सब से पहले मैं उनकी बहुत बड़ी फैन हूं. मैं चाहती हूं कि हम सभी अपने गुस्से को एक होप और सेलिब्रेशन में बदलें. ये पूरी एक फिल्म है जिसमें उन्होंने (सुशांत) जी- जान लगा दी थी. तो हम उन्हें इसे एक श्रद्धांजलि के रूप में दें. तो कहीं ना कहीं उन्हें और हमें काफी खुशी होगी.


Q. ट्रेलर में हमने देखा कि आप एक बीमारी से जूंझ रही हैं. जिंदगी के आखिरी वक्त में हैं तो ऐसे में अपकी मदद फिल्म का हीरो (सुशांत) करता है. कहीं ना कहीं फिल्म की कहानी और उसके बाद रियल लाइफ में जो घटना हुई वो थोड़ी विडंबना भरी हो गई, ऐसा संजना ने सोचा?


A. ये फिल्म बिल्कुल हटकर है. कहते हैं ना 'होप इज द फेस ऑफ डेथ'. जो कि हमारी फिल्म का टैगलाइन भी है. लेकिन मैं ऐसी विडंबना लाइफ में कभी नहीं चाहूंगी. क्योंकि मैं इस फिल्म के जरिए सुशांत की मौत के प्रति नजरिए को जानती हूं. इसलिए कभी सोच भी नहीं सकती कि ऐसी विडंबना कभी हो.


ये भी देखें-



Q. संजना 2 साल का वक्त गुजरा जब आपने शूटिंग की तो सुशांत के साथ इस एक्सपीरियंस को कैसे डिफाइन करेंगी?


A. मेरे लिए 2 साल का सफर कहूं या एक फिल्म कहूं क्योंकि इस फिल्म ने मेरी लाइफ को एक नया आकार दिया है. मैं केवल 21 साल की थी जब मैंने किज्जी (संजना) को निभाना शुरू किया और अब मैं 23 की हूं. इस फिल्म के जरिए मैंने सुशांत को समझा. हमने जब साथ में काम शुरू किया तब ही मैं समझ गई की सुशांत एक ऐसे इंसान हैं जो मेरे काम, टैंलेट को समझेंगे. वो एक सुपरस्टार थे लेकिन वो आपको इतना स्पेस देते थे कि आप अपना करो जिससे एक सिक्योरिटी सी महसूस होती थी. तो उनकी इंसानियत काफी काबिले-तारीफ है जो मुझे उनके इतने करीब ले गई और ये इंसानियत ही उनकी यूएसपी थी.


Q. जो लोग अंदर से आपसे जुड़े होते हैं और जो लोग बाहर से आपको देखते हैं उनकी सोच में काफी अंतर होता है. तो कभी ऐसा लगा हो कि सुशांत ज्यादा घुलते-मिलते नहीं. इसके बारे में क्या कहेंगी?


A. मैं सुशांत से 'दिल बेचारा' के दौरान मिली और फिल्मों के समय वो कैसे थे ये नहीं जानती लेकिन इस फिल्म के जरिए मैंने जितना उनको समझा, उसमें वो खुलते हैं तो पूरा खुल जाते हैं. पूरा क्रू मैंबर उनको पसंद करता था. मुझे दोस्त बनाना काफी पसंद है. मैं काफी जल्दी किसी से दोस्ती कर लेती हूं तो हमारी काफी बनती थी.


ये भी पढ़ें, Sushant Singh Rajput की बहन श्वेता ने शेयर किया VIDEO, देखकर रो पड़े फैंस


Q. जब आप मुंबई चली गई थीं फिर दिल्ली लौटीं तो आपने एक पोस्ट किया था, आज मुंबई की सड़कें कुछ सुनसान लगीं, कुछ उदास लगीं. दोबारा मुलाकाल होगी या शायद न भी हो. तो क्या कहेंगी?


A. जब एक दिन के लिए मुंबई उतरी तो कोरोना ने इस शहर को बहुत सुनसान कर दिया था. मैंने मुंबई की सड़कें इतनी खाली नहीं देखी. तो मुझे जो फील होता है वो मैं लिख देती हूं. तो लोग उसका गलत मतलब ना निकालें. मैं फिल्में लाइफटाइम करती रहूंगी.


Q. सुशांत से अगर आखिरी मुलाकात या बात याद हो?


A. सब याद है और अब तो ज्यादा भी याद है.  8 मई  को हमारी आखिरी बात हुई थी. हमारे प्रोड्यूसर ने बताया कि अब थियेटर्स बंद ही रहेंगे और हम फिल्म OTT पर रिलीज करेंगे. तो मुकेश सर, मैं और सुशांत काफी खुश थे. बस यही चाहते थे कि 'दिल बेचारा' लोगों तक पहुंच जाए. मैं और सुशांत साथ में एजुकेशन को लेकर काफी ब्रेन स्ट्रोमिंग करते थे. वो मेरी काफी तारीफ किया करते थे. अभी भी लगता है कि वो कहीं से आ जाएंगे.


Q. मुकेश से बात हुई तो उन्होंने बताया कि मेरे बर्थडे पर सुशांत का फोन आया था. बड़े आराम और तसल्ली से बात हुई. ऐसा कोई लास्ट कॉल आपको याद आ रहा हो तो बताइए?


A. काफी दिनों से बात नहीं हुई थी. मई के शुरुआत में तो उन्होंने मुझे बहुत ही लंबा मैसेज भेजा था. मैं जो UNICEF के साथ काम कर रही थी उसके लिए उन्होंने मेरी काफी सराहना की थी.  जिसे मैं हमेशा पढ़ती भी हूं.


Q. जब हमने संजना के कई पोस्ट पढ़े तो पता लगा वो सुशांत को कितना एडमायर करती थीं. लेकिन फिल्म की शूटिंग के दौरान उन पर कुछ आरोप लगे तब संजना कुछ बोली क्यों नहीं. तो क्या कहना चाहेंगी इस पर?


A. जब लोग अफवाएं फैलाते हैं तो दो दोस्त जो साथ में काम करते हैं, एक फिल्म के लिए जी - जान लगा देते हैं. उन्हें लगता है एक या दो खराब आर्टिकल आकर चला जाएगा. क्योंकि हमें अपनी सच्चाई पता है. लेकिन बस लिखते रहना होता है. आप लड़की से कुछ पूछते नहीं. आप लड़की से पूछे बिना ये नहीं लिख सकते कि उसने आरोप लगाए हैं. लेकिन फिर भी ये हुआ. जिससे मैं और सुशांत दोनों काफी परेशान हुए. फिर जब ज्यादा लिखा गया तो हम दोनों ने अपनी बातें सबके सामने रखीं. इसे #MeToo से भी जोड़ा गया. मैं जानती हूं ऐसा कुछ नहीं था. इससे हम दोनों काफी परेशान हुए.


एंटरटेनमेंट की और खबरें पढ़ें