Waheeda Rehman and Dev Anand Movie: हिंदी सिनेमा जगत की दिग्गज एक्ट्रेस वहीदा रहमान ने करीब 5 दशकों तक फिल्मी दुनिया पर राज किया है. 60-70 के दशक की टॉप एक्ट्रेस वहीदा रहमान (Waheeda Rehman) ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं. यह वह दौर था जब हर एक्टर, डायरेक्टर और फिल्ममेकर वहीदा रहमान के साथ काम करने की चाहत रखता था. हालांकि एक डायरेक्टर ऐसे भी रहे हैं, जिनकी फिल्म के सेट पर वहीदा से बुरी तरह लड़ाई हो गई थी. जी हां...यह किस्सा तब का है, जब वहीदा रहमान (Waheeda Rehman Movies) फिल्मी दुनिया में नई थीं और कपड़ों को लेकर एक्ट्रेस का फिल्ममेकर्स के साथ झगड़ा हो गया था. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आव ना देखा ताव फिल्ममेकर्स से भिड़ गई थीं वहीदा!


एंटरटेनमेंट रिपोर्ट्स के मुताबिक, वहीदा रहमान (Waheeda Rehman Films) जब फिल्म 'सोहलवां साल' में काम कर रही थीं, तब उनका डायरेक्टर राज खोसला के साथ झगड़ा हो गया था. वहीदा ने राज खोसला के साथ 'सोहलवां साल' से पहले फिल्म सीआईडी में भी काम किया था. वहीदा ने एक पुराने इंटरव्यू में बताया था कि वह जब सेट पर थीं और फिल्म का एक सीन शूट होना था- जिसमें वह अपने बॉयफ्रेंड के साथ भाग रही होती हैं, लेकिन वह धोखा दे देता है और जेवर लेकर भाग जाता है. तब वह परेशान होती हैं और समंदर में छलांग लगाने के बारे में सोचती हैं, तब देव आनंद की एंट्री होती है और वह उन्हें बचाते हैं. 


कपड़ों को लेकर डायरेक्टर से हुई बहस!


एंटरटेनमेंट खबरों के मुताबिक, वहीदा ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था, 'एक सीन में मेरे कपड़े गीले हो गए थे, जिन्हें बदलना था. तब मुझे एक ऐसी ड्रेस दी गई तो मुझे नहीं पहननी थी. इसके लिए मैंने मना कर दिया.' फिर डायरेक्टर राज ने वजह पूछी और कहा चेंज किया है. तब मैंने कहा- 'अरे चेंज किया है तो दूसरा लिबास भी तो हो सकता है.' वहीदा ने अपने इंटरव्यू में बताया था कि इसके बाद डायरेक्टर ने कहा, 'मैडम आपके साथ यह दूसरी पिक्चर है. सीआईडी और प्यासा चल क्या गई आप समझ रही हैं कि आप आसमान पर पहुंच गईं.' वहीदा ने बताया कि उन्होंने तब डायरेक्टर से कहा, 'लड़की का नाम लाजवंती है, फिल्म में देव साहब का डायलॉग है- ओह तभी तो आपको इतनी लाज आती है.' तब उन्होंने कहा-'पैकअप.'


देव आनंद ने संभाली बात!


वहीदा ने अपने इंटरव्यू में बताया था- 'मेरे सेट से जाने से पहले देव आनंद साहब ने डायरेक्टर से कहा, लड़की सही कह रही है, अभी उसके साथ हादसा हुआ है और वह किसी और के साथ फ्लर्ट करने बैठ जाएगी? तब डायरेक्टर ने गुस्से में बोला कि लोग नए लोगों की तरफदारी कर रहे हैं. तब देव साहब ने मामला संभालते हुए कहा कि वह सही बोल रही है, लॉजिक तो लॉजिक है. इसके बाद डायरेक्टर ने जवाब में कहा कि आप लोग जाइए, फोन करके बुलाया जाएगा. और फिर अगले दिन फोन आया और मामला ठंडा होने के बाद फिल्म पूरी की गई.'