Gadar: थियेटर्स में लगाई गई आग, पर्दे पर फेंकी गई कांच की बोतलें...रिलीज होते ही रील नहीं रीयल लाइफ में भी खूब हुआ था गदर!
Gadar Unknown Facts: कुछ फिल्में इतिहास पर आधारित होती हैं और कुछ महीने खुद इतिहास बनाती हैं. लेकिन 2001 में रिलीज सनी देओल की गदर एक ऐसी फिल्म रही जो इतिहास पर भी बेस्ड थी और जिसने खुद भी हिंदी सिनेमा का इतिहास रच दिया.
Gadar 2 Sunny Deol: सनी देओल फिर से आ रहे हैं गदर मचाने. 22 सालों के बाद अमीषा पटेल के साथ एक बार फिर गदर 2 लेकर आ रहे सनी इससे काफी एक्साइटेड हैं तो वहीं फैंस भी इसकी रिलीज का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. फिल्म है ही इतनी खास. जो सिर्फ इतिहास पर बेस्ड नहीं है बल्कि इस फिल्म ने खुद एक इतिहास रच डाला था. 2001 में जब ये रिलीज हुई तो सिर्फ फिल्म में ही नहीं बल्कि बाहर भी खूब गदर मचा जिसके चर्चे आज भी खूब होते हैं.
फिल्म के खिलाफ बन गया था नेगेटिव माहौल
फिल्म भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के दौरान की कहानी थी...लिहाजा हिंदू-मुस्लिम का एंगल आना लाजिमी भी था. लेकिन उस वक्त कहीं से खबर फैली कि गदर एक एंटी मुस्लिम मूवी है लिहाजा लोगों खासतौर से मुसलमानों के दिलों में उस वक्त एक अलग सी भावना जागी. उस वक्त इस फिल्म में ही नहीं बल्कि रीयल लाइफ में भी खूब गदर देखने को मिला. एक इंटरव्यू में फिल्म के निर्देशक अनिल शर्मा ने बताया कि उस वकत कई थियेटर्स को आग के हवाले कर दिया गया खासतौर से भोपाल और हैदराबाद से ये खबरें आई थीं. इतना ही नहीं लंदन में तो पर्दे पर कांच की बोतलें तक फेंकी गई जिसके बाद वहां कांच के सामान को थियेटर्स में बैन कर दिया गया था.
उस वक्त स्थिति ये थी कि थियेटर्स के बाहर स्पेशल फोर्स तक की तैनाती करनी पड़ी थी. हर 6-6 घंटे में उनकी ड्यूटी चेंज की जाती थी क्योंकि दिन में 8-8 शोज हुआ करते थे. खैर इतना सब होने के बावजूद फैंस में इस फिल्म के लिए गजब का क्रेज था जो आज तक बरकरार है. फिलहाल गदर 2 की रिलीज डेट तो अनाउंस नहीं की गई है लेकिन आगे की कहानी जानने के लिए कोई इंतजार कर हा है.
हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे