ऐसा क्या हुआ कि `कसौटी जिंदगी के` और `बिग बॉस` बेहतरीन शुरुआत के बाद आए गए ढ़लान पर
दोनों ही शो ने बीएआरसी चार्ट में आते ही ली थी एंट्री, अब टॉप टेन में नहीं हैं शामिल
नई दिल्ली. पिछले ही दिनों जब 'बिग बॉस 12' और लोकप्रिय डेली सोप 'कसौटी जिंदगी की' का रीबूट शो 'कसौटी जिंदगी के' ने छोटी स्क्रीन पर आते ही पहले से टॉप 10 वाले शो को पछाड़ते हुए अपनी धमाकेदार एंट्री की थी. लेकिन यह रुतबा ज्यादा समय तक बरकरार नहीं रह सका. अब यह दोनों शो बीएआरसी की रिपोर्ट में टॉप 10 से भी निचले पायदान पर नजर आ रहे हैं.
हाल के दिनों में कई कार्यक्रम लॉन्च किए गए, सभी शो शानदार प्रामोशन और बड़ी स्टार कास्ट वाले रहे, इसलिए बनी सी बात है कि इनकी प्रतिस्पर्धा बीएआरसी चार्ट पर बड़ा असर डालने वाली रही है. सबसे उल्लेखनीय चीजों में से एक यह है कि तकरीबन सभी शोज ने अपनी शुरुआत उत्कृष्ट तौर पर की है. 'बिग बॉस 12' ने छः नंबर पर शुरुआत की जबकि 'कसौटी जिंदगी के' ने चार्ट में 10वें स्थान पर आकर पहले ही हफ्ते में अपनी धाक जमाई थी. सोनी सब पर भी 'अलादीन नाम तो सुना ही होगा' ने अपने शुरुआती सप्ताहों में टॉप 10 में जगह बनाई थी. लेकिन अफसोस कि अब इनमें से कोई भी अपनी पुरानी पोजिशन से दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा है.
इस सप्ताह 'बिग बॉस' 19 वें स्थान पर था जबकि 'कसौटी जिंदगी के' 14 वें स्थान पर पहुंच गया था. इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि दर्शकों का साथ पाने के लिए इन शोज को अब भी बेहतरीन प्रचार की सख्त जरूरत है. हाल के दिनों में अच्छी शुरूआत के बाद कुछ शो जैसे 'इश्क सुभान अल्लाह', 'कयामत की रात' और 'नज़र', अच्छी तरह से दर्शकों का प्यार पाने में सफल रहे हैं.
प्रतियोगिता इन प्राइम-टाइम स्लॉट में लगातार शो देखने वाले दर्शकों को रिझा पाना इन शोज के लिए सबसे कठिन चुनौति है. सलमान खान की ज्यादा मौजूदगी के कारण प्रीमियर एपिसोड के कारण 'बिग बॉस 12' का चमकदार खिताब था. इसके बाद, घर के अंदर कुछ खास घटना नहीं हो सकी. यहां आए स्टार सेलीब्रिटीज ने ऐसा कुछ नहीं किया है जैसी उम्मीद शो के दर्शकों ने उनसे लगाई थी. इस वजह से दर्शकों का प्यार 'बिग बॉस' के इस सीजन में थोड़ा कम ही है.
'कसौटी जिंदगी के' हमेशा से किसी जुए की तरह ही नजर आ रहा था. जिससे यह उम्मीद की जा रही थी कि सालों पुराने पहले शो के दर्शक इस शो को भी पसंद कर लें. जबकि हुआ कुछ ऐसा कि जिन लोगों ने पुराना शो देखा है वह उसे क्लासिक के रूप में देखना ही पसंद करते हैं और रीबूट के बारे में बात की जाए तो यह युवाओं के अंदाज में प्रौढ़ कहानी की तरह नजर आ रहा है. ऐसे कई लोग हैं जो एक प्रतिष्ठित शो को इस तरह से रीमेक करने के को लेकर खुश नजर नहीं आ रहे.
हालांकि इस शो में पार्थ समथान और एरिका फर्नांडीस को सोशल मीडिया पर काफी फॉलो किया जा रहा है. वहीं 'इश्कबाज', 'बेहद', 'ये उन दिनों की बात है', 'दिल ही तो है' जैसे ही शोज डिजिटल पर टीवी की तुलना में ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं. कभी कभी टीवी पर भी यह शोज टॉप लिस्ट में शुमार हो जाते हैं.
वहींं बात की जाए 'अलादीन नाम तो सुना ही होगा' ने भी एक बार डुबकी देखी है. हालांकि, शो अभी भी एक विनर की तरह सामने खड़ा है यदि आप मानते हैं कि इसे कम प्रचार के साथ लॉन्च किया गया था, तो बता दें कि यह एक बिग बजट शो है. इन शो की रेटिंग में आने वाले उतार चढ़ाव बताते हैं कि शोज की सफलता में उनका प्रमोशन ठीक होना तो बड़ी वजह है कि साथ ही शो ठीक चलाने के लिए बहुत सी बातों का ध्यान रखना जरूरी है. अब देखते हैं आगे ये धुरंधर शुरुआत करने वाले शोज अपनी धाक जमाने के लिए कुछ करते हैं या अपनी रेटिंग के इस दौर में ही खुश रहते हैं.