क्यों हो रहा है कंगना रनौत की `इमरजेंसी` पर विवाद, अब अकाली दल ने की बैन की मांग
Emergency Controversy: कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब अकाली दल ने भी फिल्म को बैन करने की मांग की है. उन्होंने सेंसर बोर्ड को पत्र लिखकर फिल्म को रिलीज न करने की बात कही है. चलिए बताते हैं कि आखिर क्यों हो रहा है फिल्म पर विवाद.
एक्ट्रेस और मंडी से सांसद कंगना रनौत की आने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ है जो कि 6 सितंबर 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है. इस बीच एक्ट्रेस की फिल्म को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब अकाली दल ने भी आपत्ति जताई है. उन्होंने सेंसर बोर्ड से फिल्म की रिलीज पर रोक लगाई है. चलिए बताते हैं कि आखिर क्यों कंगना रनौत की ‘इमरजेंसी’ को बैन करने की मांग की जा रही है.
शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) से अपील की है कि कंगना रनौत अभिनीत फिल्म ‘इमरजेंसी’ के रिलीज पर रोक लगाई जाए क्योंकि यह सांप्रदायिक तनाव भड़का सकती है. फिल्म में कंगना रनौत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है.
शिरोमणि अकाली दल ने की ‘इमरजेंसी’ की रिलीज पर रोक की मांग
शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने बुधवार को सेंसर बोर्ड को लिखे पत्र में कहा कि हाल में जारी फिल्म के ट्रेलर में त्रुटिपूर्ण ऐतिहासिक तथ्य देखे जा सकते हैं जो न केवल सिख समुदाय को गलत तरह से प्रस्तुत करते हैं बल्कि नफरत और सामाजिक वैमनस्य भी फैलाते हैं.
पार्टी का क्या कहना है
उन्होंने कहा कि इस तरह का चित्रण न केवल भ्रामक है बल्कि बहुत अपमानजनक तथा पंजाब एवं पूरे देश के सामाजिक तानेबाने को नुकसान पहुंचाने वाला भी है. सरना ने कहा, ‘‘इस फिल्म से सांप्रदायिक तनाव बढ़ने और गलत सूचनाओं का प्रसार होने की आशंकाओं के मद्देनजर मैं सीबीएफसी से अनुरोध करता हूं कि इसकी रिलीज पर रोक लगाने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करे.’’
कंगना के सांसद बनने के बाद उनकी पहली फिल्म
फिल्म ‘इमरजेंसी’ कंगना रनौत के हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद निर्वाचित होने के बाद रिलीज होने वाली उनकी पहली फिल्म है. फिल्म को लेकर सिख समुदाय ने आपत्ति जताई है. मामला कोर्ट तक भी पहुंच गया है. इनका कहना है कि फिल्म में सिखों की छवि गलत तरह से दिखाई दी है.
क्यों हो रहा है विवाद
‘इमरजेंसी’ का ट्रेलर 14 अगस्त को रिलीज हुआ था. तबसे ही विवाद चल रहा है. याचिकाकर्ता का कहना है कि वह आपत्तिजनक सीन्स को डिलीट करें. इस याचिका को गुरींदर सिंह और जगमोहन ने दायर की है जो कि मोहाली के रहने वाले हैं. पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में आरोप लगाया है कि फिल्म में झूठे और त्रुटिपूर्ण तथ्य पेश किए गए हैं. पंजाब के सामाजिक ताने-बाने को बिगाड़ने का प्रयास किया गया है.
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने भेजा नोटिस
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने कंगना रनौत व फिल्म के निर्माताओं को अलग से भेजे गए नोटिस में भी यही दावे दोहराए है. नोटिस में तथ्यों और इतिहास के कथित गलत दिखाए जाने की बात की है. उन्होंने कहा है कि मेकर्स को लिखित माफी मांगनी चाहिए. साथ ही मांग की गई है कि ट्रेलर को सार्वजनिक और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटा दिया जाए.