Hollywood Film A Clockwork Orange: बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड या किसी और फिल्म इंडस्ट्री में ऐसी बहुत से फिल्में हैं, जिनको किसी न किसी कारण के चलते बैन होने पड़ा. जिसके पीछे का सीधा सा कारण ये है कि फिल्मों का आम लोगों के जीवन में काफी प्रभाव पड़ता है. एक आम से दिखने वाला इंसान किसी भी फिल्म को देखने के बाद अपनी फितरत बदल सकता है.


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ऐसी कई फिल्मों के उदारण भी इंडस्ट्री में मौजूद है, जिनका लोगों पर काफी असर पड़ा है. खासकर वो फिल्में मे जिनमें अपराध को इस हद तक दिखा गया है कि आम जीवन में भी लोग उसको देखा देखी वैसा ही करने लगते हैं और बताते हैं भी उस फिल्म से ये सीखा है या उस फिल्म को देखने के बाद ऐसा किया. आज हम आपको एक ऐसी फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं. 



इस फिल्म ने दिया था क्राइम को बढ़ावा


फर्क बस इतना ही था कि इस फिल्म का प्रभाव बड़े दर्शकों से ज्यादा बच्चों और टीनेजर्स पर पड़ने लगा और उन्होंने क्राइम करना शुरू कर दिया. जी हां, हम यहां साल 1972 में आई हॉलीवुड फिल्म 'ए क्लॉकवर्क ऑरेंज' की बात कर रहे हैं. इस फिल्म को देखने के बाद कई टीनेज बच्चे मर्डर तक को अंजाम देने लगे थे, क्योंकि फिल्म की कहानी ही टीनेजर्स पर आधारित थी. 


क्राइम करने लगे थे टीनेजर्स


कई मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस फिल्म को देखने के बाद एक 14 साल के लड़के ने अपने साथ पढ़ने वाले लड़के का मर्डर कर दिया था. इसके अलावा भी एक 16 साल के लड़के ने एक बुजुर्ग का मर्डर कर दिया  था और उन बच्चों ने ये माना भी था कि ये हत्याएं उन्होंने ‘ए क्लॉकवर्क ऑरेंज’ देखने के बाद की थीं, जिसके चलते फिल्म के मेकर्स बड़ी मुसीबत में फंस गए थे. 


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खुद डायरेक्टर को लगवाना पड़ा था बैन


इतना ही नहीं, ये मामला इतना गंभीर हो गया था कि आखिर में इस फिल्म के डायरेक्शन स्टेनली कुब्रिक को एक बड़ा फैसला लेना पड़ा था, क्योंकि उनको इस फिल्म के लिए धमकियां मिलने लगी थीं. आए दिन टीनेजर्स के बढ़ते क्राइम को देखते हुए डायरेक्टर ने फिल्म को बैन करने के फैसला लिया और सेंसर बोर्ड को लेटर लिखकर फिल्म पर रोक लगाने की गुजारिश की थी. 


नॉवेल पर आधारित थी फिल्म की कहानी


जनसत्ता की रिपोर्ट के मुताबिक, ये फिल्म राइटर एंथनी बर्गेस की नॉवेल ‘ए क्लॉकवर्क ऑरेंज’ पर आधारित थी. फिल्म में ब्लैक कॉमेडी, स्ट्रेस, वॉयलेंस और क्राइम जैसी चीजों को दिखाया गया था, जिसको देखने के बाद टीनेजर्स ने वही रास्ता अपना लिया. डायरेक्टर स्टेनली कुब्रिक को नॉवेल इतनी पसंद आई थी कि उन्होंने इस पर फिल्म बनाने का फैसला लिया था, जिसके बाद ये फिल्म बनाई गई थी. 



फिल्म स्टार्स के साथ भी हुए कई हादसे 


बताया जाता है कि फिल्म देखने के बाद टीनेजर्स में क्राइम रेट को बढ़ा ही, लेकिन इस फिल्म की शूटिंग के दौरान भी कई गंभीर हादसे हुए थे. रिपोर्ट्स की मानें तो, फिल्म की शूटिंग शुरू होती ही लीड एक्टर मेलकम की आंख में चोट लग गई थी, जिसके बाद उन्हें देखने में दिक्कत होने लगी थी, लेकिन फिल्म बनने के बाद में उनकी रोशनी पूरी तरह से चली गई थी. इसके अलावा फिल्म के एक एक्टर ने दूसरे एक्टर को ऐसे मारा कि उसकी पसलियां टूट गई थीं. 


फिर फिल्म को मिले ऑस्कर 


इस फिल्म को कई देशों में बैन किया गया था, जिनमें स्पेन, सिंगापुर, साउथ अफ्रीका, आयरलैंड, माल्टा समेत कई देशों के नाम शामिल हैं. 27 साल तक इस फिल्म पर बैन रहा, लेकिन फिल्म के डायरेक्टर स्टेनली कुब्रिक के निधन के बाद फिल्म से बैन हटाया गया. रिलीज के दौरान इस फिल्म ने अंधी कमाई की थी. इतना ही नहीं, फिल्म को को 4 ऑस्कर अवॉर्ड नॉमिनेशन भी मिले थे.