बेलगावी में चमक रही आंबेडकर की मूर्ति, क्या BJP-NDA को पता है कांग्रेस की रणनीति?
Ambedkar issue: गांधी के साथ जय भीम का नारा जोड़कर कांग्रेस इस बैठक में बीजेपी को संविधान और दलित मुद्दों पर घेरने की योजना बना रही है. लेकिन क्या बीजेपी इस बैठक की काट ढूंढ़ रही है? एक दिन पहले दिल्ली में एनडीए नेताओं की बैठक आयोजित हुई है.
Belagavi Congress meeting: इस समय देश की राजनीति का कोई ऐसा गलियारा-चौराहा नहीं है जहां आंबडेकर के नाम पर संसद में हुए विवाद को भुनाने की कोशिश ना हो रही हो. इसी बीच कांग्रेस ने महात्मा गांधी द्वारा 1924 में कांग्रेस अध्यक्ष पद संभालने की 100वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में कर्नाटक के बेलगावी में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की विशेष बैठक का आयोजन किया है. इस बैठक में कांग्रेस महात्मा गांधी की विरासत के साथ भीमराव आंबेडकर की विचारधारा को भी जोड़ने की कोशिश कर रही है. गांधी के साथ जय भीम का नारा जोड़कर कांग्रेस इस बैठक में बीजेपी को संविधान और दलित मुद्दों पर घेरने की योजना बना रही है. लेकिन क्या बीजेपी इस बैठक की काट ढूंढ़ रही है?
'जय बापू, जय भीम, जय संविधान'
असल में इस दो दिवसीय बैठक में 26 दिसंबर को सीडब्ल्यूसी के सदस्य और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे. कार्यक्रम की शुरुआत वीर सौधा में महात्मा गांधी की प्रतिमा के अनावरण से होगी. इसके बाद खादी मेले का उद्घाटन, गंगाधर देशपांडे स्मारक का लोकार्पण और फोटो प्रदर्शनी का आयोजन होगा. 27 दिसंबर को 'जय बापू, जय भीम, जय संविधान' रैली आयोजित होगी. इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी सुवर्णा सौधा में गांधी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे. खास बात है कि इस बैठक की तैयारियों में कांग्रेस ने कोई कसर छोड़ी है. एक तरफ जहां कांग्रेस नेताओं की प्रतिमा लगाई गई है तो वहीं आंबेडकर की ऊंची लंबी प्रतिमा चमचमा रही है.
क्या है कांग्रेस का मुख्य एजेंडा..
बताया गया है कि बैठक में मुख्य एजेंडा बीजेपी को विभिन्न मुद्दों पर घेरने का है, खासकर संविधान और आंबेडकर पर हालिया विवाद पर. कांग्रेस का फोकस यह दिखाने पर है कि वह ही आंबेडकर की असली अनुयायी है. साथ ही गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संविधान पर दिए गए बयान से उपजे विवाद को भुनाने की रणनीति बनाई जाएगी. इस बैठक में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे, और 2024 के आम चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा होगी.
कांग्रेस नेताओं का क्या कहना है..
बैठक को लेकर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि गांधी और आंबेडकर के सिद्धांत हमारे लिए प्रेरणा हैं. यह नव सत्याग्रह का समय है. डीके शिवकुमार ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य गांधी और आंबेडकर की विरासत को संविधान के साथ जोड़ते हुए बीजेपी की विचारधारा को चुनौती देना है. वहीं, खरगे ने केंद्र पर फासीवादी शासन का आरोप लगाते हुए कहा कि यह बैठक बीजेपी की लोकतंत्र-विरोधी नीतियों के खिलाफ हमारा जवाब है.
क्या बीजेपी तैयार है पलटवार के लिए..
इन सबके बीच महज एक दिन पहले दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर एनडीए नेताओं की बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में अमित शाह ने आंबेडकर विवाद पर कांग्रेस की रणनीति को एक्सपोज करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है. बैठक में यह तय हुआ कि जनता के बीच जाकर बीजेपी और एनडीए को मजबूती से पेश किया जाएगा फिलहाल अब जो भी है लेकिन आंबेडकर को लेकर सभी पारियां सतर्क नजर आ रही हैं.