Delhi Election 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनाव की घोषणा बहुत जल्द हो सकती है. चुनाव आयोग अगले कुछ दिनों में ही इसकी घोषणा कर सकता है. राजनैतिक पार्टियों में आम आदमी पार्टी ने सबसे पहले अपने सभी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए हैं वहीं कांग्रेस ने 56 और बीजेपी ने अभी तक कोई भी लिस्ट जारी नहीं की है. बीजेपी के लिए ‌इस बार का दिल्ली चुनाव का साख का चुनाव बन गया है. अरविंद केजरीवाल की पार्टी को हराने और दिल्ली में सत्ता का सूखा समाप्त कराने के लिए बीजेपी अपनी रणनीति में लगी हुई है.


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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार बीजेपी दिल्ली में मध्य प्रदेश वाला विजयी दांव आजमाने की तैयारी में है. तो क्या है यह MP वाला दांव.


बड़े चेहरों पर दांव लगाएगी बीजेपी
नए साल की शुरुआत होते ही दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा में गहमागहमी बढ़ती जा रही है. बीजेपी झारखंड चुनाव को सबक के तौर पर ले रही है. यही वजह है भाजपा नेतृत्व ने अपनी चुनावी रणनीति को लेकर अंदरूनी तौर पर काफी विचार-विमर्श किया है. दिल्ली में टिकटों को लेकर देरी की है.  सूत्रों के अनुसार, पार्टी का मानना है कि जहां वह सीधे जनता तक अपना जुड़ाव कायम करने में सफल रही है, वहां उसे जीत मिली है और जहां इस मामले में कमजोर पड़ी, उसे हार का सामना करना पड़ा है. उसका एक उदाहरण है हरियाणा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्‍थान. इसलिए अब भाजपा दिल्ली में सभी 70 सीटों के लिए उम्मीदवारों को लेकर मंथन कर रही है.


बीजेपी एमपी फॉर्मूला से लड़ेगी दिल्ली में चुनाव
बीजेपी दिल्‍ली में यह टिकट एक विशेष रणनीति के तहत देगी और उसके पीछे होगा एमपी फॉर्मूला. बीजेपी जिस आधार पर मध्यप्रदेश में चुनाव जीता है, उसी आधार पर दिल्ली चुनाव जीतना चाहती है. इसलिए दिल्ली में एमपी फॉर्मूला लागू करने वाली है.


मुश्किल सीटों पर बड़े चेहरे बीजेपी का हो सकता है प्लान!
बीजेपी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में उन सीटों से उम्मीदवारों का ऐलान किया जा सकता है जिन्हें पार्टी के लिए मुश्किल माना जाता है. पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल की सीट नई दिल्ली, मुख्यमंत्री आतिशी की सीट कालकाजी से उम्मीदवार का ऐलान पहली ही लिस्ट में किया जा सकता है. इसके अलावा बीजेपी अपने कुछ पूर्व सांसदों को भी विधानसभा चुनाव के रण में उतार सकती है. इन सभी टिकटों को अब केंद्रीय नेतृत्व के साथ अनौपचारिक बैठक में इस पर विचार किया जा सकता है. जाएगा. केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इसे अंतिम रूप दिया जाएगा. सूत्रों का कहना है कि पार्टी मध्य प्रदेश की तरह दिल्ली में भी अपने अधिकांश बड़े नेताओं को चुनाव लड़ा सकती है. इनमें लोकसभा चुनाव में टिकट कटने वाले पूर्व सांसद, पूर्व विधायक भी शामिल हैं. एक बड़ी दावेदारी पूर्व और मौजूदा पार्षदों की है, लेकिन उनकी छवि को देखते हुए ही फैसला किया जाएगा. इसके लिए पार्टी ने कुछ एजेंसियों से भी संभावित उम्मीदवारों को लेकर फीडबैक लिया है.


बिना सीएम लड़ेगी बीजेपी चुनाव
गौरतलब है कि बीजेपी यह तय कर चुकी है कि दिल्ली चुनाव किसी एक नेता को सीएम फेस घोषित किए बगैर सामूहिक नेतृत्व के फॉर्मूले पर ही लड़ा जाएगा. यही फॉर्मूला पार्टी ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के साथ ही राजस्थान में भी आजमाया था. बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग जनवरी महीने के पहले हफ्ते में कर सकता है और इससे पहले सभी 70 सीटों के लिए बीजेपी उम्मीदवार घोषित करने की तैयारी में है. दिल्ली विधानसभा चुनाव फरवरी की शुरुआत में होने की संभावना है.


इस मुद्दे पर AAP को घेरेगी बीजेपी
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी खास रणनीति के साथ उतरेगी. पार्टी सूत्रों के मुताबिक बीजेपी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को कथित भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरेगी. अब  भगवा पार्टी का चक्रव्यूह कैसे तोड़ पाएंगे केजरीवाल. यह समय बताएगा.