Donald Trump Assassination Attempt: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और इस बार के चुनावों में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला हुआ है. शनिवार को ट्रंप उस समय बाल-बाल बच गए, जब एक चुनावी सभा में उन पर गोली चलाई गई. गोली उनके कान को छूती हुई निकल गई और कार्यक्रम में मौजूद दो लोगों की मौत हो गई. अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले को भयावह करार दिया है तो वहीं तमाम डिफेंस एक्सपर्ट्स इस हमले को अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी की विफलता भी मान रहे हैं. इसी कड़ी में आइए समझते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा कैसे होती है.


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असल में डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा सबसे अलग है क्योंकि वह ना केवल पूर्व राष्ट्रपति हैं बल्कि आगामी चुनावों में राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार भी हैं. इससे जटिलता बढ़ जाती है क्योंकि ट्रंप बड़े पैमाने पर यात्रा करते हैं. इसे समझने की जरूरत है कि उनकी सुरक्षा का पैटर्न सबसे अलग क्यों है. और कौन सी टीम ये सब करती है. 


हमले ने सुरक्षा प्रोटोकॉल पर सवाल भी खड़े कर दिए


अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह बात तो सही है कि इस हमले ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतियों के सुरक्षा प्रोटोकॉल पर कुछ गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. लेकिन अमेरिकी होमलैंड सुरक्षा सचिव एलेजांद्रो मयोरकास ने कहा कि उनके विभाग के अधिकारी बाइडेन और ट्रंप दोनों के अभियानों से जुड़े हुए थे और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय कर रहे थे. एलेजांद्रो मयोरकास का विभाग ही अमेरिकी सीक्रेट सर्विसेस की देखरेख करता है.


पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतियों की सुरक्षा कौन करता है?


यूनाइटेड स्टेट्स सीक्रेट सर्विस, देश की सबसे पुरानी संघीय जांच कानून प्रवर्तन एजेंसियों में से एक है जो पूर्व राष्ट्रपतियों और उनके पार्टनर्स/परिवारजनों की सुरक्षा करती है. 1965 में अमेरिकी कांग्रेस ने पूर्व राष्ट्रपति और उनके पार्टनर्स को उनके आजीवन सुरक्षा देने के लिए सीक्रेट सर्विस को एक सार्वजनिक कानून 89-186 के जरिए बनाया. हालांकि रिचर्ड निक्सन ने 1985 में अपनी सीक्रेट सर्विस छोड़ त्याग दी, ऐसा करने वाले वे एकमात्र राष्ट्रपति थे.


सीक्रेट सर्विसेस कैसे करती है सुरक्षा


इसे सुरक्षा के लिहाज से दुनिया की सबसे टॉप और सबसे सीक्रेट सर्विस माना जाता है. यहां सुरक्षा के उपायों का लेवल खुफिया आकलन और समन्वय क्षमताओं के आधार पर निर्धारित किया जाता है. पूर्व राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए नियुक्त एजेंटों की संख्या खतरों और पद छोड़ने के बाद की अवधि पर निर्भर करती है.


सीक्रेट सर्विसेस अन्य संघीय, राज्य और स्थानीय एजेंसियों को हायर भी करती है. सीक्रेट सर्विस यूनिफ़ॉर्मड डिवीजन, मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग और यूएस पार्क पुलिस व्हाइट हाउस के पास की सड़कों और पार्कों में गश्त करते हैं. सीक्रेट सर्विस सबसे हाईटेक सुरक्षा तकनीकों का उपयोग करती है. इसके लिए नियमित रूप से अन्य एजेंसियों के विशेषज्ञों से परामर्श करती है. सेना विस्फोटक आयुध निपटान टीमों और संचार संसाधनों के उपयोग के माध्यम से गुप्त सेवा का समर्थन करती है.


जब राष्ट्रपति यात्रा करते हैं, तो सीक्रेट सेवा एजेंटों की एक अग्रिम टीम आवश्यक सुरक्षा उपायों को संयुक्त रूप से लागू करने के लिए मेजबान शहर, राज्य और स्थानीय कानून प्रवर्तन के साथ-साथ सार्वजनिक सुरक्षा अधिकारियों के साथ काम करती है.


पूर्व राष्ट्रपतियों की सुरक्षा कैसे होती है


'इन द प्रेसिडेंट सीक्रेट सर्विस' के लेखक रोनाल्ड केसलर के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति भी आतंकवादियों के लिए संभावित लक्ष्य बने रह सकते हैं, सुरक्षा विवरण में कभी-कभी कार्यालय छोड़ने के तुरंत बाद चौबीसों घंटे सुरक्षा के लिए लगभग 75 अधिकारी शामिल होते हैं. हाल के पूर्व राष्ट्रपतियों के साथ सैर के दौरान चार एजेंट होते हैं, जो पाली और छुट्टी के दिनों में निरंतर कवरेज सुनिश्चित करते हैं.


हालांकि सक्रिय राष्ट्रपति पद की तुलना में पूर्व राष्ट्रपति की सुरक्षा कम होती है. लेकिन सुरक्षा प्रोटोकॉल में दौरे से पहले रेस्तरां या कन्वेंशन हॉल जैसे स्थानों की गहन जांच, कर्मचारियों की पृष्ठभूमि की जांच और बम-सूंघने वाले कुत्तों की तैनाती शामिल है.


क्या है डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा व्यवस्था? क्यों है अलग


अब आते हैं कि ट्रंप की सुरक्षा कैसे होती है. पूर्व सीक्रेट सर्विस एजेंट टिम मिलर के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा अनोखी है क्योंकि वह न सिर्फ पूर्व राष्ट्रपति हैं बल्कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार भी हैं. यह दोहरी स्थिति जटिलता बढ़ाती है क्योंकि ट्रंप विभिन्न स्थानों के बीच बड़े पैमाने पर यात्रा करते हैं. जबकि जॉर्ज डब्ल्यू बुश जैसे अन्य पूर्व राष्ट्रपति, जो राष्ट्रपति बनने के बाद अपने खेत में अपेक्षाकृत निजी जीवन जीते थे, ट्रंप एक अधिक सार्वजनिक और सक्रिय हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा बनाए रखना सर्वोपरि है.


ट्रंप की कानूनी चुनौतियों की जब बात होती है तो सीक्रेट सेवा ऐसी परिस्थितियों में निरंतर सुरक्षा बनाए रखती है, यह सुनिश्चित करती है कि एजेंसी के अलावा कोई और उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी ना ले पाए. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, सीक्रेट सर्विस ने एक बयान में कहा कि उसने हाल ही में ट्रंप के सुरक्षा विवरण में अधिक क्षमताएं जोड़ी हैं.


अब आते हैं कि ट्रंप की रैली में सुरक्षा कैसे होती है


यह तो लगभग तय है कि आने वाले चुनाव में ट्रंप ही सेंटर पॉइंट होने वाले हैं. ऐसे में शुरू से ही ट्रंप के अधिकांश अभियान रुकने के दौरान, स्थानीय पुलिस कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा में सीक्रेट सेवा की सहायता करती है. कार्यक्रम से पहले, एजेंट बम या अन्य खतरों के लिए स्थल की जांच करते हैं, और ट्रंप हमेशा एक मजबूत वाहन में पहुंचते हैं.


इसके अलावा अधिकारी आम तौर पर कई लेयर में रहते हैं साथ ही सभी उपस्थित लोगों को कार्यक्रम स्थल में प्रवेश करने के लिए मेटल डिटेक्टर से गुजरना पड़ता है. आर्म्ड सुरक्षा एजेंट सभी उपस्थित लोगों के बैग और यहां तक ​​कि पर्स की भी तलाशी लेते हैं. कई रैली में आने वालों को हाथ से थपथपाया जाता है.कुछ साल पहले ही रिटायर हुए पूर्व सीक्रेट सर्विस एजेंट पॉल एकलॉफ़ ने कहा कि कई बार एजेंट्स समय से पहले आसपास के सभी बिल्डिंग्स का भी सर्वेक्षण करते रहते हैं.