Howdy Modi To Ahlan Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर यूएई पहुंचे हैं. प्रधानमंत्री सातवीं बार यूएई पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ. पीएम मोदी और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान की जुगलबंदी देखते ही बन रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने शेख मोहम्मद बिन जायद को भाई कहकर भी संबोधित किया. पीएम मोदी ने यूएई पहुंचकर कहा, "मुझे यहां आकर ऐसा लगता है कि मैं अपने घर आया हूं. यहां उन्होंने प्रवासी भारतीयों को 'अहलान मोदी' कार्यक्रम के जरिए संबोधित भी किया. कुछ ऐसा ही कार्यक्रम पीएम मोदी का तब भी हुआ था जब वे अमेरिका के टेक्सास में थे. उस दौरान 'हाउडी मोदी' के जरिए भारतीयों को संबोधित किया था.


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असल में ऐसे कार्यक्रमों में पीएम मोदी के नाम के सामने कुछ ऐसा शब्द जोड़ दिया जाता है जिसका स्थानीय भाषा में मतलब हेलो या नमस्कार होता है. ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि स्थानीय लोगों से कनेक्ट बेहतर हो और वहां रह रहे प्रवासी भारतीयों को उसी कार्यक्रम के जरिए संबोधित भी किया जा सके. इसके राजनीतिक और कूटनीतिक मायने भी हैं कि इसके जरिए बाहर रह रहे लोगों के मन में देश के प्रति सकारात्मक माहौल भी बने.


आमतौर ऐसा कई बार देखा गया है जबपीएम मोदी किसी विदेशी दौरे पर जाते हैं, तो वहां मौजूद प्रवासी भारतीय उनका जोरदार तरीके से स्वागत करते हैं. इन्हीं कार्यक्रमों को कई बार ऐसे नाम भी दे दिए जाते हैं जिनमें पीएम का संबोधन भी हो सके. इनमें पीएम का संबोधन भी हो जाता है. 


हाउडी मोदी (Howdy Modi):
इसका स्थानीय भाषा में नमस्कार मोदी होता है. 
यह कार्यक्रम 22 सितंबर 2019 को अमेरिका के ह्यूस्टन में आयोजित किया गया था.
यह कार्यक्रम अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के साथ जुड़ने के लिए आयोजित किया गया था.
इस कार्यक्रम में 50,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया था.
यह कार्यक्रम भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने के मकसद से किया गया था. ताकि वहां रहने वाले प्रवासी भारतीय पीएम मोदी का संबोधन सुन सकें. 


अहलान मोदी (Ahlan Modi)
इसका भी स्थानीय मतलब हेलो मोदी है.
स्थान: अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात
तिथि: 13 फरवरी 2024
अनुमानित 50,000 से अधिक भारतीय प्रवासियों ने भाग लिया
भारत-UAE संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान, इस दौरान वहां मौजूद प्रवासी भारतीयों ने पीएम को सुना.


इसी तरह के अन्य कार्यक्रम:
मैडिसन स्क्वायर गार्डन में मोदी: न्यूयॉर्क, अमेरिका (2014)
सिडनी में मोदी: ऑस्ट्रेलिया (2014)
वेम्बले स्टेडियम में मोदी: लंदन, इंग्लैंड (2015)
इन कार्यक्रमों का महत्व:


भारतीय प्रवासियों के साथ जुड़ने का अवसर:
पीएम मोदी इन कार्यक्रमों का उपयोग दुनिया भर में रहने वाले भारतीय प्रवासियों से जुड़ने और उन्हें भारत से जोड़ने के लिए करते हैं.
भारत की छवि को बढ़ावा देना: ये कार्यक्रम भारत को एक मजबूत और उभरती हुई शक्ति के रूप में पेश करने में मदद करते हैं.
विदेशी नेतृत्व के साथ संबंधों को मजबूत करना: पीएम मोदी इन कार्यक्रमों का उपयोग अन्य देशों के नेताओं से मिलने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए करते हैं.


हाउडी मोदी और अहलन मोदी जैसे कार्यक्रम पीएम मोदी की विदेश नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. इन कार्यक्रमों का उपयोग भारत की छवि को बढ़ावा देने, भारतीय प्रवासियों से जुड़ने और विदेशी नेतृत्व के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए किया जाता है.