Why Iran Strikes: मिडिल-ईस्ट में 48 घंटे के भीतर ईरान ने पहले सीरिया, फिर इराक और उसके बाद पाकिस्तान में एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया है. अमेरिका और इजराइल जैसे ताकतवर देशों के अलावा हर दिन नए दुश्मनों से उलझते ईरान ने ज्यादातर हमले मुस्लिम देशों पर ही किए. पाकिस्तान में एयरस्ट्राइक कर ईरान ने आतंकी संगठन जैश अल अदल के कई ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सीरिया और इराक के बाद पाकिस्तान में ईरान का हमला, क्यो खोया आपा


इससे पहले ईरान ने इराक के इरबिल शहर में हमला कर इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद का मुख्यालय और अमेरिकी कॉन्सुलेट ध्वस्त कर दिया. इराक में अमेरिका और इजराइल के सैन्य ठिकानों पर ईरान के बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन से हमले में भयानक तबाही हुई. इरबिल में 10 ठिकानों पर हमले के बाद  बड़े पैमाने पर राहत और बचाव अभियान चलाया जा रहा है.


ईरान के इस्लामिक रिपब्लिक गार्ड कोर (IRGC) ने हमले की जिम्मेदारी ली. ईरान ने हमले में मोसाद के 10 जासूसों के मारे जाने का दावा किया है. उसका कहना है कि मोसाद के इसी दफ्तर में ईरान पर हमलों की साजिश की जा रही थी. ईरान ने इराक के साथ सीरिया में ISIS के ठिकाने पर हमला कर जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है.


सीरिया- इराक में इजराइल और अमेरिका के ठिकानों पर ईरान के हमले से जंग का खतरा


इरबिल हमले की जांच करने के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA की टीम ने ध्वस्त इमारतों में पहुंची. व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा है कि ईरान का हमला गैरजिम्मेदाराना है. वहीं, इराक सरकार ने कहा कि ईरान का हमला उनकी संप्रभुता का उल्लंघन है. इजराइल और अमेरिका के सैन्य ठिकानों पर ईरान के हमले से बड़ी जंग का खतरा बढ़ गया है. अमेरिका ठिकानों पर 7 अक्टूबर के बाद से ये सबसे बड़ा हमला है. अब तय माना जा रहा है कि ईरान पर अमेरिका पलटवार करेगा.


IRGC ने  बताया जनरल सुलेमानी की कब्र पर धमाके और रजी मोसावी की मौत का बदला


अमेरिका ने अरब देशों में 1500 सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है. इराक और सीरिया में न्यू जर्सी नेशनल आर्मी गार्ड्स के सैनिक तैनात किए जा रहे हैं. ईरान ने  करमन शहर में 3 जनवरी को जनरल सुलेमानी की कब्र के पास हुए सिलसिलेवार दो बम धमाके में 103 लोगों के मरने और 284 लोगों के घायल होने का बदला बताया है. इससे पहले 25 दिसंबर, 2023 को दमिश्क शहर पर इजरायल के मिसाइल हमले में IRGC का हाई रैंक अधिकारी सैयद रजी मोसावी मारा गया था.


सीरिया और इराक के बाद पाकिस्तान में ईरान ने हमले में इस्तेमाल की ये मिसाइलें


अलग-अलग रेंज की दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस ईरान में इतने सटीक निशान पर वार करनेवाली तीन मिसाइलेंडे जफुल (Dezful), एमाद (Emad) और गद्र-110 (Ghadr-110) हैं. ईरान में ही बनी मीडियम रेंज की तीनों बैलिस्टिक मिसाइल डेजफुल, गद्र-110 और एमाद तीनों 1000 से 2000 किलोमीटर के बीच निशाने पर सटीक हमले के लिए चर्चित है. ईरान ने पाकिस्तान एयरस्ट्राइक में इन मिसाइलों के अलावा 1000 किलोमीटर रेंज वाले शाहेद-107 (Shahed-107) ड्रोन का भी इस्तेमाल किया है. पाकिस्तान ने ईरान के इस हमले की निंदा की है.


क्या है पाकिस्तान का आतंकी संगठन जैश अल-अदल, जिसके ठिकाने पर ईरान ने की स्ट्राइक


ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश अल-अदल के ठिकानों पर बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन से एयर स्ट्राइक की है. आतंकी संगठन जैश अल-अदल सीमा पार आतंकवादी वारदातों को अंजाम देता है. इसी टेररिस्ट ग्रुप के  आतंकियों मे ईरान के चाबहार बंदरगाह से भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को अगवा कर पाकिस्तान लाया और दूसरे कुख्यात आतंकी सगंठन आईएसआई के हवाले कर दिया था. पाकिस्तान एजेंसियों ने जाधव को जासूसी मामले में फंसा कर कोर्ट से मौत की सजा दिलवा दी थी.


कुलभूषण जाधव को बचाने और सही-सलामत वापस लाने के लिए जुटी भारत सरकार


पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव को बचाने और सही-सलामत वापस लाने के लिए भारत सरकार अपनी ओर से तमाम कोशिशें कर रही है. भारत सरकार की ओर से अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में भी कुलभूषण जाधव का मामला उठाया गया है. अभी दो दिन पहले ही विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी से मुलाकात की थी.इसके महज 48 घंटे बाद ही ईरान ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी संगठन जैश उल-अदल पर मिसाइल और ड्रोन से हमला कर दिया. पाकिस्तान में ईरान के इस हमले को कुलभूषण जाधव से जोड़कर देखा जा रहा है.


पाकिस्तान में घुसकर जैश उल-अदल के ठिकानों पर ईरान ने क्यों किया हमला


अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भले चर्चा हो रही हो कि कुलभूषण जाधव के खिलाफ आतंकी संगठन जैश- अल अदल और पाकिस्तान ने जो साजिश रची ये उसकी सजा है. हालांकि, आतंकी संगठन जैश- अल अदल ने कुछ महीनों में ईरान की सीमा पर कई बार आतंकवादी हमले किए थे. ईरान इन हमलों को लेकर कई बार पाकिस्तान से नाराजगी जता चुका है. ईरान में पिछले साल दिसंबर 2023 में पुलिस स्टेशन पर हुए हमले में 11 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी. हमले के बाद पर ईरान ने कड़ी आपत्ति जताई थी और पाकिस्तान को जमकर लताड़ा था. 


हमले के बाद इस्लामाबाद ने ईरान को दी ‘गंभीर परिणाम भुगतने’ की चेतावनी


ईरान ने तब साफ तौर पर कहा था कि पाकिस्तान अपनी सीमाओं पर नियंत्रण नहीं रख पा रहा है. इसके बाद आपा खोए ईरान ने पाकिस्तान में घुसकर जैश अल-अदल के दो ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन से हमला कर तबाह कर दिया. इस एयरस्ट्राइक में दो बच्चियों की मौत और तीन के गंभीर रूप से जख्मी होने की खबर है. हमले के बाद इस्लामाबाद ने ईरान को ‘गंभीर परिणाम भुगतने’ की चेतावनी दी है. पाकिस्तान ने इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताकर कड़ी निंदा की. साथ ही ईरान के प्रभारी राजदूत को विदेश मंत्रालय में तलब किया.