Explainer: सीरिया में छिपा बैठा था रजा जाहिदी, इजरायल ने किया काम तमाम... ईरान के कमांडर से क्यों था नाराज?
IRGC General Mohammad Reza Zahedi: इजरायल ने सीरिया में ईरानी कॉन्सुलेट पर एयर स्ट्राइक की. भीतर ईरान के इस्लामिक रिवॉल्युशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) का टॉप कमांडर, जनरल मोहम्मद रजा जाहिदी भी मौजूद था. वह भी हवाई रेड में मारा गया.
Mohammad Reza Zahedi Killed In Syria: इजरायल ने ईरान के टॉप मिलिट्री और इंटेलिजेंस कमांडर का काम तमाम कर दिया है. एयर स्ट्राइक में इस्लामिक रिवॉल्युशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) के जनरल मोहम्मद रजा जाहिदी को ढेर किया. ईरान ने सोमवार को सीरिया में मौजूद अपने कॉन्सुलेट पर इजरायली एयर स्ट्राइक की जानकारी दी. रजा जाहिदी इसी एयर स्ट्राइक का शिकार हुआ. 65 साल के रजा जाहिदी की गिनती ईरान के टॉप खुफिया अधिकारियों में होती थी. वह सीरिया और लेबनान में खुफिया मिलिट्री ऑपरेशंस के लिए जिम्मेदार था. वह ईरानी कॉन्सुलेट की बिल्डिंग में एक सीक्रेट मीटिंग करने आया था. ईरान के खुफिया अधिकारियों और फिलिस्तानी उग्रवादियों के बीच गाजा में युद्ध पर चर्चा होनी थी. इजरायल का कहना है कि यह सीक्रेट मीटिंग जहां हुई, वह कोई डिप्लोमेटिक दफ्तर नहीं, बल्कि IGRC का हेडक्वार्टर थी. सीरिया में ईरान के राजदूत हुसैन अकबरी ने धमकी भरे लहजे में कहा कि 'इस हमले का हम मुंहतोड़ जवाब देंगे.'
इजरायली हमले में जाहिदी के डिप्टी, जनरल मोहम्मद हादी हजरियाहिमी और पांच अन्य अधिकारी भी मारे गए हैं. IGRC ने हुसैन अमीनुल्लाह, सैयद महदी जलालती, मोहसिन सदाकत, अली आगा बाबाई और सैय्यद अली सालेही रूजबहानी के भी मारे जाने की पुष्टि की है.
कौन था मोहम्मद रजा जाहिदी?
इजरायल और ईरान के बीच करीब साल भर से 'शैडो वार' चल रहा है. इजरायल ने ईरान और सीरिया में कई ईरानी मिलिट्री अधिकारियों और वैज्ञानिकों को ठिकाने लगाया है. रजा जाहिदी उस लिस्ट में जुड़ा ताजा नाम है. टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, रजा जाहिदी IRGC की कुद्स फोर्स का टॉप कमांडर था. कुद्स फोर्स को अमेरिका ने आतंकी संगठन घोषित कर रखा है. रजा जाहिदी के जिम्मे सीरिया और लेबनान के इलाके थे. वह हिजबुल्ला से भी रिश्ते बरकरार रखने में मदद करता था. रिपोर्ट में उसे सीरिया और लेबनान के भीतर ईरानी फोर्स का सबसे बड़ा कमांडर बताया गया है. इजरायल के आर्मी रेडियो ने कहा कि जाहिदी ने सीरिया, लेबनान और फिलिस्तीन से इजरायल के खिलाफ आतंकी हमलों का नेतृत्व किया. रजा जाहिदी का मारा जाना ईरान के लिए 2020 के बाद सबसे बड़ा झटका है. जनवरी 2020 में, अमेरिका ने कुद्स फोर्स के मुखिया कासिम सुलेमानी को बगदाद में मार गिराया था.
ईरान ने खाई 'बदले की कसम'
ईरान के राजदूत हुसैन अकबरी ने इजरायली हमले का बदला लेने की कसम खाई है. अकबरी ने कहा कि जवाबी हमला इतना ही ताकतवर और कठोर होगा. ईरान के समर्थन वाले फिलिस्तीन ग्रुप, हमास ने इजरायल पर गाजा के संघर्ष का दायरा बढ़ाने का आरोप लगाया है. रॉयटर्स ने एक्सपर्ट्स के हवाले से लिखा कि इसमें कोई शक नहीं कि ईरान जवाबी हमला करेगा. इजरायल के हमले में हिजबुल्ला का हुसैन युसूफ भी मारा गया है. हालांकि, हमेशा की तरह हिजबुल्ला ने सार्वजनिक रूप से इसका ऐलान नहीं किया है.
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इजरायल के निशाने पर क्यों है ईरान?
इजरायल की हालिया बमबारी की वजह गाजा में चल रहा युद्ध है. पिछले साल अक्टूबर में युद्ध शुरू होने के बाद से ही इजरायल और ईरान आमने-सामने हैं. ईरान अपने प्रॉक्सी हिजबुल्लाह और हमास के जरिए इजरायल को घेर रहा है. लेबनान में हिज्बुल्लाह और इजरायल के बीच कई बार संघर्ष हुआ. हिजबुल्लाह के साथ बार-बार लड़ाई से इजरायल तंग आ चुका है. गाजा पर राज करने वाले हमास को भी ईरान से बैकिंग मिली हुई है. ऊपर से, यमन में हूती विद्रोहियों ने भी इजरायल की तरफ लंबी दूरी वाली मिसाइलें दागीं। इजरायल खुद को घिरा हुआ पा रहा है और दुश्मनों को निपटाने के लिए ऐसी स्ट्राइक्स कर रहा है.
दिसंबर में दमास्कस के एक इलाके में एयर स्ट्राइक कर इजरायल ने IGRC के टॉप अडवाइजर, सैयद राजी मुसावी को मार गिराया था. जनवरी में वैसी ही एक और स्ट्राइक में ईरान के पांच सलाहकार और मारे गए. पिछले हफ्ते, इराक बॉर्डर पास एक सीरियाई कस्बे में इजरायली स्ट्राइक ने एक और ईरानी अडवाइजर को ढेर किया.