मुस्लिम प्रिंस की जमीन.. क्रिश्चियन वास्तुकार, मोदी के हाथों उद्घाटन; UAE के हिंदू मंदिर की कहानी भी दिव्य है
UAE Mandir: संयुक्त अरब अमीरात के अबूधाबी में बने इस मंदिर को कई मायनों में खास माना जा रहा है. इसके हर पत्थर की नक्काशी राजस्थान में हुई, जमीन मुस्लिम प्रिंस ने दान की और बनाने में हर धर्म लोग शामिल रहे.
PM Modi Inaugrated Temple In Abu Dhabi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को स्वामीनारायण संप्रदाय के पदाधिकारियों की उपस्थिति में मंत्रोच्चार के बीच अबू धाबी के पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया. मंदिर अधिकारियों के अनुसार, शिल्प और स्थापत्य शास्त्रों एवं हिंदू ग्रंथों में उल्लेखित निर्माण की प्राचीन शैली के अनुसार भव्य मंदिर बनाया गया है. इस मंदिर की कहानी भी जबरदस्त है. अबू धाबी में बने इस मंदिर की खास बात ये है कि इसके निर्माण कार्य में सभी धर्मों से जुड़े लोगों का योगदान रहा है.
पीएम मोदी ने भी अपने संबोधन में इस मंदिर के लिए जमीन देने के लिए वहां के प्रिंस का शुक्रिया किया है. वहीं BAPS संस्था के प्रवक्ता ने बताया कि इस मंदिर के लीड आर्किटेक्ट ईसाई हैं, प्रोजेक्ट मैनेजर सिख हैं, डिजाइनर बौद्ध हैं, कंस्ट्रक्शन कंपनी पारसी (शापूरजी पालोनजी) की है और डायरेक्टर जैन हैं. जमीन के लिए यूएई के शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने जमीन तोहफे में दी है.
विभिन्न धर्मों का समागम
यूएई में हुए मंदिर उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएई सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि यूएई की सरकार ने भारत के 140 करोड़ जनता का दिल जीत लिया है. उन्होंने कहा कि आज यूनाइटेड अरब एमिरेट्स की धरती ने मानवीय इतिहास का एक नया स्वर्णिम इतिहास लिखा है. आज अबू धाबी की धरती पर भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है और उसके पीछे बरसों पुराना सपना जुड़ा हुआ है. इसमें भगवान स्वामी नारायण का आशीर्वाद जुड़ा है.
'पूरे वैभव के साथ बना मंदिर'
पीएम ने यह भी कहा कि 2015 में जब मैं यूएई आया था तो मैं हिज हाईनीज से भारत के लोगों के इस विचार और सपना की बात सामने रखी थी, उन्होंने पलक झपकते ही इसके लिए हां कर दी थी. उन्होंने बहुत कम समय में ही मंदिर के लिए इतनी बड़ी जमीन उपलब्ध करा दी. 2018 में जब मैं दोबारा यूएई आया था तो मंदिर के दो मॉडल हिज हाईनेस के सामने रखे गए थे, जिसमें से उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जब मंदिर बने तो पूरे वैभव के साथ बनेगा. उन्होंने कहा था कि जब मंदिर बने तो वह मंदिर जैसा दिखे भी. जो यूएई बुर्ज खलीफा शेख मस्जिद और अन्य ऊंची इमारत के लिए जाना जाता था, उसमें एक और अध्याय जुड़ गया है. इतना ही नहीं UAE में भारतीय श्रमिकों के लिए एक अस्पताल के लिए भी जमीन दी गई है.
अबूधाबी मंदिर की खूबियां
यह मंदिर अबूधाबी शहर से करीब पचास किमी दूर पर बनाया गया है लेकिन भव्य तरीके से बनाया गया है. इसकी ऊंचाई 32.92 मीटर , लंबाई 79.86 मीटर और चौड़ाई 54.86 मीटर है. मंदिर के बाहरी हिस्से में 96 घंटियां लगाई गई हैं और मंदिर में सात शिखर हैं. मंदिर को बनाने में करीब 700 करोड़ रुपए का खर्च आया है. इसके निर्माण में ज्यादातर पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है. मंदिर में स्थापित होने वाली मूर्ति बनाने के लिए ज्यादातर पत्थर भारत से ही भेजे गए हैं.