Semiconductor: सेमीकंडक्टर क्या है और कहां-कहां होता है इसका इस्तेमाल? जानिए सबकुछ
Use of Semiconductor: भारत में सेमीकंडक्टर के निर्माण के बाद डिजिटल अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ने की उम्मीद है और साथ ही रक्षा, स्पेस और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स सेक्टर भी मजबूत होंगे. ये सेमीकंडक्टर भारत में इस्तेमाल के साथ-साथ विदेश में भी निर्यात किए जाएंगे, जिससे अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिलेगी.
What is a Semiconductor: सेमीकंडक्टर का हब बनने के दिशा में देश के लिए आज बेहद अहम दिन है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 3 सेमीकंडक्टर प्लांट का शिलान्यास किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 'इंडियाज टेकेड चिप्स फॉर विकसित भारत' कार्यक्रम में शामिल हुए और करीब 1.25 लाख करोड़ की सेमीकंडक्टर परियोजनाओं की नींव रखी. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अपनी पिछली बैठक में ही तीन सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने को मंजूरी दी थी. इन तीन प्लांट में से दो प्लांट गुजरात के धोलेरा और साणंद में और एक सेमीकंडक्टर प्लांट असम के मोरीगांव में खोला जाना है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि सेमीकंडक्टर क्या होता है और इसका इस्तेमाल कहां-कहां किया जाता है.
सेमीकंडक्टर क्या है और कहां-कहां होता है इसका इस्तेमाल?
सेमीकंडक्टर एक सिलिकॉन की चिप होती है, जिसका इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है. सेमीकंडक्टर गाड़ियों, स्मार्टफोन, कंप्यूटर, एटीएम, कार, डिजिटल कैमरा, एसी और फ्रिज में होता है. इतना की नहीं कई मिसाइलों में सेमीकंडक्टर चिप की जरूरत पड़ती है. सेमीकंडक्टर चिप किसी भी प्रोडक्ट को कंट्रोल और मेमोरी फंक्शन को ऑपरेट करती है. इतना ही नहीं हाइटेक कारों के सेन्सर्स, ड्राइवर असिस्टेंस, पार्किंग रियर कैमरा, एयरबैग और इमरजेंसी ब्रेकिंग में भी सेमीकंडक्टर की जरूरत होती है.
नए प्लांट लगने से भारत को क्या होगा फायदा?
भारत ने पिछले कुछ समय में सेमीकंडक्टर के निर्माण की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए हैं. पिछले साल गुजरात के गांधीनगर में सेमीकॉन इंडिया सम्मेलन में पीएम मोदी ने सेमीकंडक्टर के निर्माण पर विशेष जोर दिया था. गुजरात और असम में तीन सेमीकंडक्टर प्लांट लगने से, जहां एक तरफ भारत की दूसरे देशों पर निर्भरता कम होगी. वहीं, दूसरी तरफ इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार जैसे क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. इसके साथ ही फाइव ट्रिलियिन इकॉनमी का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में सेमीकंडक्टर प्लांट अहम साबित होगा.
26 हजार लोगों को सीधे मिलेगा रोजगार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात और असम में जिन तीन सेमीकंडक्टर प्लांट की आधारशिला रखी है, उनका निर्माण कार्य 100 दिन के अंदर शुरू हो जाएगा. जिसके बाद भारत में सेमीकंडक्टर चिप बननी शुरू होगी. इन तीन प्लांट में सेमीकंडक्टर के निर्माण के बाद डिजिटल अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ने की उम्मीद है. साथ ही रक्षा, स्पेस और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स सेक्टर भी मजबूत होंगे. ये सेमीकंडक्टर भारत में इस्तेमाल के साथ-साथ विदेश में भी निर्यात किए जाएंगे, जिससे अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिलेगी. इन तीनों प्लांट से 26 हजार लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा.
भारत और अमेरिका ने इंडिया-यूएस 5th कमर्शियल डायलॉग 2023 के दौरान सेमीकंडक्टर सप्लाई चैन स्थापित करने के लिए एक एमओयू पर साइन किए हैं, जो भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों का केंद्र बनने के अपने सपने को साकार करने में बड़ी मदद कर सकता है. भारत-अमेरिका के बीच यह प्रयास सेमीकंडक्टर को लेकर चीन और ताइवान पर अपनी निर्भरता को कम करने के उद्देश्य से अहम है.