सर्दियों के मौसम में बच्चों को भूलकर भी न दें खाने की ये चीजें, हो सकती है परेशानी
सर्दियों (Winter) का मौसम शुरू हो चुका है. ऐसे में सर्दी-खांसी (Cold-Cough) होना भी लाजमी है, इस मौसम में बच्चों की सेहत पर काफी असर पड़ता है. जब बच्चों को फ्लू (Flu) होता है तो उनकी खान-पान की आदतें बदल जाती हैं.
नई दिल्ली: सर्दियों (Winter) का मौसम शुरू हो चुका है. बदलते मौसम के साथ सर्दी-खांसी (Cold-Cough) की समस्या होना भी लाजमी है, इस मौसम में बच्चों की सेहत पर सबसे पहले असर पड़ता है, बच्चों को फ्लू (Flu) होने पर उनकी खान-पान की आदतें प्रभावित हो जाती हैं. किसी भी मौसमी बीमारी से उबरने के दौरान शरीर को पोषक तत्वों की जरूरत होती है.
ऐसे में सही मात्रा में सही खाद्य पदार्थ (Food Ingredient) खाने की जरूरत होती है. जानिए कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में, जिन्हें सर्दी के मौसम में बच्चों को नहीं देना चाहिए.
मीठा भोजन (Sugary Foods)
बच्चों को वायरल संक्रमण (Viral Infection) से बचाने के लिए उन्हें शर्करा वाले खाद्य पदार्थ कम से कम दें. साधारण चीनी बच्चों की सेहत के लिए खराब मानी जाती है. बहुत अधिक चीनी का सेवन सफेद रक्त कोशिकाओं (White Blood Cells) को कम कर सकता है, जिससे संक्रमण और अन्य संबंधित बीमारियों के विकास का खतरा बढ़ जाता है.सोडा, रासायनिक पेय, कैंडी, चॉकलेट (Chocolate), कोल्ड ड्रिंक्स व ऐसे ही अन्य पदार्थों के सेवन से आपको बचना चाहिए.
दूध प्रोडक्ट (Dairy Products)
डेयरी उत्पादों में पशु प्रोटीन (Animal Protein) होते हैं, जो सर्दियों के दौरान बच्चों के लिए हानिकारक हो सकते हैं. बलगम से बचने के लिए बच्चों को सर्दियों के दौरान पनीर और क्रीम जैसे डेयरी उत्पादों के सेवन से बचना चाहिए. इस दौरान बच्चों के दूध का सेवन भी सीमित करें. इनके बजाय उनकी डाइट में मौसमी आहार को बढ़ावा दें.
हिस्टमाइन युक्त खाद्य पदार्थ
हिस्टमाइन (Histamine) एक रासायनिक तत्व है, जो पेट के एसिड को बनाने और स्रावित करने में अहम भूमिका निभाता है. सर्दियों में हिस्टमाइन युक्त आहार खाने से इसका खराब प्रभाव पड़ता है क्योंकि यह बलगम का उत्पादन करता है. इससे हमारे शरीर में कफ जम जाता है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. यहां तक कि आपके बच्चे के लिए भोजन निगलने में भी मुश्किल हो सकती है. मेयोनीज, सूखे फल, मशरूम, सिरका, केले, पालक, सोया सॉस, अचार, स्ट्रॉबेरी, पपीता, स्मोक्ड मछली, दही, बैंगन जैसे खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए.
तला हुआ भोजन
गहरे तले हुए खाद्य पदार्थ बच्चों को न दें. दरअसल, तला हुआ भोजन लार और बलगम के गाढ़ा होने का कारण बनता है. इस तरह के खाद्य पदार्थ आपके बच्चों के लिए बहुत हानिकारक होते हैं.