नई दिल्ली : डायबिटीज एक ऐसी समस्या है जिसे डायट, दवाओं, एक्सरसाइज और लगातार चेकअप के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है. डायबिटीज के दौरान कई ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनका सेवन करने की मनाही होती है. ऐसे में सवाल उठता है कि सिरका यानी Vinegar का Diabetes के रोगी इस्तेमाल कर सकते हैं या नहीं. चलिए जानें. 


क्या है सिरका


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सिरका कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थों जैसे खजूर, सेब, नाशपाती, जामुन, शहद, खरबूजे, आलू और अनाज, यहां तक कि वाइन को fermenting करके तैयार किया जाता है.


Vinegar में मौजूद पोषक तत्व


सिरका में 4-7 प्रतिशत एसिटिक एसिड होता है. इसके अलावा कई पोषक तत्व जैसे अमीनो एसिड, गैलिक एसिड, कैटेचिन, फेरुलिक एसिड, टार्टरिक एसिड, लैक्टिक एसिड और कैफिक एसिड शामिल हैं.


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100 ग्राम सिरके में मौजूद पोषक तत्व


यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर (यूएसडीए) के अनुसार, 100 ग्राम सिरके में कई पोषक तत्व होते हैं. जैसे - 
93.8 ग्राम पानी और 90 kL ऊर्जा होती है. इसमें कैल्शियम (7 मिलीग्राम), आयरन (0.2 मिलीग्राम), फास्फोरस (8 मिलीग्राम), मैग्नीशियम (5 मिलीग्राम), पोटेशियम (73 मिलीग्राम), जिंक (0.04 मिलीग्राम), सोडियम (5 मिलीग्राम), कॉपर (0.008 मिलीग्राम), सेलेनियम (0.1 एमसीजी) और मैंगनीज (0.249 मिलीग्राम).


सिरका और डायबिटीज का संबंध


सिरका में एक विशेष घटक एसिटिक एसिड होता है जो मुख्य रूप से शुगर लेवल को प्रभावित करता है. शोधकर्ताओं के मुताबिक, सिरका शरीर में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रि‍त करने में मदद कर सकता है और इसे डायबिटीज के मरीज अपनी डायट में सुरक्षित रूप से शामिल कर सकते हैं. 


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डायबिटीज में सिरके के सेवन के फायदे


- सिरका में एंटी ग्लाइसेमिक प्रभाव होता है. सिरका जिनमें कार्बोहाइड्रेट स्रोत होते हैं जैसे चावल भी डायबिटीज वाले लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं.
- प्रसवोत्तर होने वाली ग्लूकोज के स्तर को सिरका कम कर सकता है. एक शोध से पता चला है कि सिरका जैसे खाद्य पदार्थ खाने के बाद ग्लूकोज की वृद्धि को कम करने में मदद कर सकते हैं. 
- सिरका पेंक्रियाटिक बीटा सेल्स के काम में सुधार करता है. दरअसल, पेंक्रियाटिक बीटा सेल्स के खराब होने से इंसुलिन का अनियंत्रि‍त उत्पादन होता है जिससे टाइप 1 डायबिटीज हो सकता है. एक शोध के अनुसार, सफेद चावल का सिरका पेंक्रियाटिक बीटा सेल्स के कामकाज में सुधार करने में मदद कर सकता है और इस प्रकार शरीर में ग्लूकोज के स्तर को बनाए रखता है. यह शरीर के वजन को भी कम कर सकता है और लिवर में ग्लाइकोजन स्टोरेज में सुधार कर सकता है और ग्लूकोज नियंत्रण में योगदान कर सकता है.
- ग्लाइसेमिक इंडेक्स और ऑक्सीडेटिव तनाव पर सकारात्मक प्रभाव डालता है. एक शोध में कहा गया है कि एप्पल साइडर सिरका (सिरका का सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला रूप) डायबिटीज और उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर वाले लोगों के ऑक्सीडेटिव तनाव और ग्लाइसेमिक इंडेक्स पर लाभकारी प्रभाव दिखा सकता है.
- सिरका खाद्य पदार्थों के ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम करता है.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)