अंडा, दूध, मीट से भी ज्यादा ताकतवर है ये चीज, हर दिन 100 ग्राम खाने से शरीर बनेगा पॉवरफुल, जानिए गजब के फायदे
Benefits of protein rich soybean: इस खबर में हम आपके लिए सोयाबीन के फायदों के बारे में जानकारी दे रहे हैं.
Benefits of protein rich soybean: अगर आप अकसर थका हुआ महसूस करते हैं या फिर आलस से घिरे रहते हैं तो सोयाबीन खाइए. इसे प्रोटीन का उत्तम स्रोत माना जाता है. खास बात ये है कि सोयाबीन शाकाहारी लोगों के लिए सोयाबीन मांस जितना पोषण प्रदान करता है. यही वजह है कि शाकाहारी भोजन करने वाले लोगों के आहार में सोयाबीन शामिल करने की सलाह दी जाती है.
सोयाबीन में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Nutrients found in soybeans)
सोयाबीन प्रोटीन, विटामिन बी 6, बी12, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम का प्रमुख स्त्रोत है. साथ ही इसमें इसमें आयरन की भी अच्छी मात्रा होती है, जो बालों को झड़ने से रोकने में सहायता पहुंचता है.
दूध-अंडा और सोयाबीन में पाया जाने वाला प्रोटीन (Protein found in milk-egg and soybean)
एक अंडा (100 ग्राम) 13 g
दूध (100 ग्राम) 3.4 g
मांस- (100 ग्राम) 26 g
सोयाबीन (100 ग्राम) 36.5g
सोयाबीन खाने के जबरदस्त फायदे (Amazing benefits of eating soybeans)
सोयाबीन का सेवन डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करता है
सोयाबीन में पाए जाने पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करते हैं.
सोयाबीन में कई तरह के विटामिंस, मिनरल्स और प्रोटीन मौजूद होते हैं, जो डायबिटीज को नियंत्रित करते हैं.
सोयाबीन का नियमित सेवन वजन घटाने और दिल को दुरुस्त रखने में मदद करता है.
प्रोटीन से भरपूर सोयाबीन का सेवन मेटाबॉलिक सिस्टम को दुरूस्त रखता है.
सोयाबीन में पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट्स कई तरह के कैंसर रोकने में मददगार होते हैं.
सोयाबीन का सेवन मानसिक संतुलन को बेहतर बनाकर दिमाग को तेज करने का काम करता है.
रोज कितना सोयाबीन खा सकते हैं?
आप दिन में 100 ग्राम सोयाबीन खा सकते हैं. 100 ग्राम सोयाबीन में प्रोटीन की मात्रा लगभग 36.5g होती है. इसका उपयोग पूरे दिन में 1 बार करने से यह आपके शरीर को काफी लाभ देता है. यह उन व्यक्तियों के लिए अच्छा होता है, जिनको प्रोटीन की कमी है.
ये भी पढ़ें: glowing skin tips: सोने से पहले चेहरे पर लगाएं ये चीज, फिर आपसे हर कोई पूछेगा चमकती त्वचा का राज
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.