Artificial Sweetener: लगभग हर कोई शुगर वाले स्नैक्स पसंद करता है, लेकिन अगर आप अक्सर बहुत सारी अतिरिक्त चीनी वाले फूड और ड्रिंक्स लेते हैं, तो ये खाली कैलोरी आपके शरीर में जुट सकती हैं जहां शक्कर का उपयोग वजन बढ़ाने में भूमिका निभा सकता है. इससे इससे डायबिटीज और दिल की बीमारी जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा भी बढ़ सकता है. कुछ लोग चीनी के विकल्प कहे जाने वाले उत्पादों का उपयोग करते हैं, जिन्हें आर्टिफिशियल स्वीटनर के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि वे चीनी की तरह मीठे होते हैं लेकिन उनमें कैलोरी कम होती है. 


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शुगर के विकल्प बहुत सारे तरह के फूड और ड्रिंक्स में मिलते हैं, जिन्हें शुगर फ्री या डाइट लेबल से चिह्नित किया जाता है, जैसे कि सॉफ्ट ड्रिंक्स, मिठाई और बेक्ड प्रोडक्ट्स. कुछ शुगर के विकल्प अलग से पैकेट्स या अन्य डिब्बों में भी बिकते हैं और इन्हें घर पर फूड या ड्रिंक्स में मिलाया जा सकता है. आइए जानते हैं कि आर्टिफिशियल शुगर कितने प्रकार के होते हैं.


शुगर अल्कोहल: सोर्बिटोल, जाइलिटोल, लैक्टिटोल, मेनिटोल, एरिथ्रिटोल और माल्टीटोल जैसे शुगर अल्कोहल नॉर्मल चीनी की तुलना में थोड़ी कम कैलोरी हैं. शुगर अल्कोहल की मिठास चीनी के रूप में 25-100% से भिन्न होती है.
सिंथेटिक शुगर: सैक्रीन, एस्पार्टेम और सुक्रालोज जैसे सिंथेटिक शुगर में शून्य कैलोरी होती है और स्वाद में चीनी से अधिक मीठा होता है. ये गोलियों और पाउडर के रूप में उपलब्ध हैं और इनका उपयोग आपके फूड को मीठा करने के लिए किया जा सकता है.
नेचुरल शुगर: स्टीविया जैसे नेचुरल शुगर चीनी के विकल्प हैं जिन्हें पौधों से निकाला जा सकता है. इसमें शून्य ग्लाइसेमिक इंडेक्स है और इसमें शून्य कैलोरी होती है.


शुगर फ्री प्रोडक्ट्स के फायदे


वजन कंट्रोल
चीनी की तुलना में शुगर फ्री प्रोडक्ट्स में कैलोरी कम होती हैं, इसलिए ये विकल्प वजन कंट्रोल या वजन कम करने के लिए उपयुक्त हो सकते हैं.


डायबिटीज कंट्रोल
शुगर फ्री प्रोडक्ट्स का उपयोग डायबिटीज के नियंत्रण में सहायक हो सकता है. ये डायबिटीज से प्रभावित लोगों के लिए मुख्य रूप से उपयुक्त होते हैं.


हेल्दी दांत
नॉर्मल चीनी दांतों के लिए हानिकारक हो सकती है, जबकि शुगर फ्री प्रोडक्ट्स दांतों के लिए अच्छे हो सकते हैं.


शुगर फ्री प्रोडक्ट्स के नुकसान


गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल दिक्कत: कुछ शुगर-फ्री प्रोडक्ट में सोर्बिटोल, मेनिटोल या जाइलिटोल जैसे तत्व होते हैं, जो बड़ी मात्रा में सेवन करने पर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल असुविधा जैसे ब्लोटिंग, गैस और डायरिया का कारण बन सकते हैं.


हाई मिथाइलिक ग्लाइसेमिक इंडेक्स (एमजी): कुछ शुगर फ्री प्रोडक्ट्स में अधिक मात्रा में मिथाइलिक ग्लाइसेमिक इंडेक्स (एमजी) वाले सौंफ, माल्टीटोल, इंसोलिटॉल या सोर्बिटोल जैसे पदार्थ शामिल हो सकते हैं, जो उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स और ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकते हैं. इससे डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है.


पेट संबंधी समस्याएं: कुछ शुगर फ्री प्रोडक्ट्स में उपयोग होने वाले पदार्थ (जैसे कि मानिटॉल, सोर्बिटॉल या इंसोलिटॉल) का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने पर पेट संबंधी समस्याएं जैसे कि पेट दर्द, गैस, ब्लोटिंग, आदि की समस्या हो सकती है.