Depression Ayurvedic Treatment: डिप्रेशन की समस्या का समाधान हैं ये आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी
डिप्रेशन का इलाज करने के लिए आयुर्वेद भी मदद कर सकता है. इन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल काफी फायदेमंद होता है.
डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्या से जल्दी निजात पाना बहुत जरूरी है. वरना यह व्यक्ति के शख्सियत और भविष्य के लिए काफी नुकसानदायक हो जाती है. कई मामलों में अवसाद जानलेवा भी हो जाता है. क्योंकि, इंसान इसके कारण सकारात्मकता और जीवन का आनंद उठाना भूल जाता है. लेकिन डिप्रेशन का इलाज करने में कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां (ayurvedic herbs for depression) काफी लाभदायक होती हैं.
डिप्रेशन के खिलाफ मदद करने वाली जड़ी-बूटियों के बारे में आयुर्वेदिक विशेषज्ञ डॉ. अबरार मुल्तानी ने बताया है. आपको बता दें कि डॉ. मुल्तानी आयुर्वेद से जुड़ी कई किताबों का लेखन भी कर चुके हैं.
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पुदीना
डॉ. मुल्तानी के मुताबिक, पुदीना काफी आसानी से मिल जाता है और यह अवसाद से लड़ने में काफी सहायक है. इसमें मौजूद मेंथोल दिमाग को शांत करने में मदद करता है और अवसाद से निकलने में मदद करता है.
अश्वगंधा
एक्सपर्ट के मुताबिक, अवसाद से उबरने में अश्वगंधा का भी इस्तेमाल करना चाहिए. अश्वगंधा का नियमित सेवन करने से दिमाग की एकाग्रता बढ़ती है और दिमाग शांत होता है. रोजाना एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर का सेवन कर सकते हैं.
शंखपुष्पी
शंखपुष्पी को दिमाग तेज करने के लिए जाना जाता है. लेकिन यह दिमाग को शांत करके अवसाद से राहत देने में भी मदद करती है. डिप्रेशन के इलाज के लिए रोजाना 5 ग्राम शंखपुष्पी पाउडर या 300-500 मिलीग्राम शंखपुष्पी का एक्सट्रैक्ट का सेवन कर सकते हैं.
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सर्पगंधा
अवसाद के आयुर्वेदिक इलाज में सर्पगंधा भी फायदेमंद है. यह दिमाग को शांत करने और नींद दिलाने में मददगार होती है. इससे अवसाद के साथ ब्लड प्रेशर, अनिद्रा आदि समस्याएं भी दूर होती हैं. आप रोजाना सर्पगंधा का 0.5 से 1 ग्राम पाउडर सेवन कर सकते हैं या फिर इसके एक्सट्रैक्ट की 20-50 मिलीग्राम मात्रा ले सकते हैं.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.