Biotin Deficiency In Body: कई लोगों को बालों और त्वचा संबंधी बहुत सी दिक्कतें होती हैं. लगातार बाल झड़ने की समस्या और स्किन पर रूखापन, मुहांसों की दिक्कत ये सब एक विशेष पोषक तत्व की कमी के कारण होता है. ये विशेष तत्व है बायोटिन. आपको बता दें बायोटिन को विटामिन-एच के नाम में भी जाना जाता है. यह बी कॉम्प्लेक्स विटामिनों का ऐसा सोर्स है जो बॉडी में भोजन को ऊर्जा में बदलने के लिए मदद करता है. कहते हैं बाल और त्वचा को सेहतमंद बनाने के लिए बायोटिन बहुत आवश्यक होता है. बायोटिन का काम है शरीर में एंजाइमों से वसा, कार्बोहाइड्रेट जैसे पदार्थों का ब्रेकडाउन करे. वैसे तो शरीर में बायोटिन की कमी का पता लगाना आसान नहीं है. लेकिन बालों और स्किन से आप आसानी इसके स्तर को जान सकते हैं. तो चलिए इसके बारे में जानें.  


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क्या है बायोटिन
बायोटिन एक ऐसा पदार्थ है जो पानी में घुल जाने वाला या वॉटर सॉल्यूबल विटामिन होता है. ये विटामिन बी कॉम्प्लेक्स के परिवार का ही एक हिस्सा है. ये बालों, स्किन और नाखूनों को स्वस्थ रखने में मदद करता है. बता दें बालों का पतला होना, आंख, नाक और मुंह के आस-पास लाल पपड़ीदार दाने दिखाई देना शरीर में बायोटिन की कमी का संकेत है. बॉडी की अन्य स्थितियों को ठीक करने के लिए बायोटिन सप्लीमेंट्स का सेवन किया जा सकता है. 


आसान नहीं है लक्षण
शरीर में अन्य विटामिन्स की कमी होने पर संकेतों का पता लगाया जा सकता है, लेकिन बोयाटिन की कमी सामान्य नहीं है. इस विशेष पोशक तत्व की कमी की स्थिति में अधिकतर त्वचा पर लाल चकत्ते होना, बालों का पतला होना या आसानी से टूट जाना, थकान महसूस होना, सोने में कठिनाई, डिप्रेशन, हाथों और पैरों में जलन, नाखूनों का टूटना जैसी समस्याएं हो सकती हैं. 


कितनी मात्रा में लें बोयोटिन 
विशेषज्ञ युवावस्था और वयस्कों के लिए हर दिन लगभग 100 माइक्रोग्राम बायोटिन के सेवन की सलाह देते हैं. जैसे कि यह एक घुलनशील तत्व है तो आपके यूरिन के साथ ही ये बाहर निकल जाता है. वहीं कुछ लोगों के लिए बायोटिन सप्लीमेंट्स का सेवन सुरक्षित माना जाता है. लेकिन कुछ लोगों को इसके साइड-इफेक्ट्स भी हो सकते हैं. इसीलिए ध्यान रखें कि हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही इस सप्लीमेंट्स का सेवन करें. 


बायोटिन युक्त आहार
शरीर में बायोटिन की कमी को पूरा करने के लिए कई खाद्य पदार्थों का सेवन किया जा सकता है. आप आहार में अंडे की जर्दी, मांस, बादाम, मूंगफली, पेकान, और अखरोट जैसे मेवा, सोयाबीन और अन्य फलियां, साबुत अनाज, फूलगोभी, केले, मशरूम आदि को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं. अध्ययनों के अनुसार, बायोटिन सप्लीमेंट्स की जगह आप आहार के माध्यम से ही इसकी पूर्ति करें. 


Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.