भारत में चेहरे का रंग गोरा करने के लिए महिलाएं और पुरुष ब्लीचिंग की मदद लेते हैं. जो कि चेहरे की रंगत हल्की कर देती है. लेकिन, ब्लीचिंग करवाने के कुछ नुकसान भी झेलने पड़ सकते हैं. आइए जानते हैं कि ब्लीचिंग करवाने से कौन-से दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं. लेकिन पहले हम ब्लीचिंग के फायदों पर नजर डाल लेते हैं.


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ब्लीचिंग करवाने के फायदे - Bleaching Benefits
ब्लीचिंग में मौजूद केमिकल स्किन में मेलानिन के स्तर को कम करके त्वचा को गोरा बनाने में मदद करते हैं. जिससे आपकी रंगत हल्की हो जाती है. ब्लीचिंग करने से निम्नलिखित फायदे मिल सकते हैं.



ब्लीचिंग करवाने के नुकसान क्या हैं? - Bleaching Side Effects
ब्लीचिंग क्रीम में केमिकल मौजूद होते हैं, जो कि कई त्वचा संबंधी समस्याओं का कारण बन सकते हैं. इसके अलावा, ब्लीचिंग से फायदे मिलने की गारंटी भी नहीं होती. आइए ब्लीचिंग करवाने के साइड इफेक्ट्स पर नजर डालते हैं. जैसे-


1. डर्मेटाइटिस - कई शोधों में सामने आया है कि ब्लीचिंग क्रीम का इस्तेमाल करने पर डर्मेटाइटिस की समस्या हो सकती है. डर्मेटाइटिस में स्किन पर छाले, लाल रैशेज, सूजन, जलन और खुजली जैसे लक्षण दिख सकते हैं.


2. स्टेरॉइड एक्ने - स्किन ब्लीचिंग क्रीम में कोर्टिकोस्टेरॉइड होता है, जिसके कारण स्टेरॉइड एक्ने (स्टेरॉइड के इस्तेमाल से होने वाले मुंहासे) हो सकते हैं. जिसमें चेहरे पर लाल और बड़े मुंहासे, मुंहासों के निशान, ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स की समस्या हो सकती है.


3. मरकरी पॉइजनिंग - कुछ जगह ब्लीचिंग क्रीम बनाने के दौरान मरकरी मिलाया जाता है. जिसके कारण मरकरी पॉइजनिंग हो सकती है. इस समस्या में त्वचा में सुन्नपन, हाई ब्लड प्रेशर, थकान, रोशनी से एलर्जी, किडनी फेलियर जैसे खतरनाक लक्षण देखने पड़ सकते हैं. इसके अलावा मरकरी के कारण नेफ्रोटिक सिंड्रोम जैसी किडनी की खतरनाक बीमारी हो सकती है.


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