Bladder Cancer Symptoms: कैंसर एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है जो शरीर के किसी भी अंग में उत्पन्न हो सकती है. यह शरीर के कोशिकाओं में अनियंत्रित विकास को बढ़ावा देता है जिससे बड़े से बड़े अंग के साथ-साथ शरीर का पूरा आकार भी प्रभावित हो सकता है. इसमें एक ब्लैडर कैंसर भी है, जो आमतौर पर ब्लैडर के भीतर उत्पन्न होती है. इसमें ब्लैडर की दीवारों पर कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विकसित होती हैं जो बाद में बड़े से बड़े कैंसर ट्यूमर के रूप में बदल जाते हैं. यह ट्यूमर आमतौर पर यूरिन में खून आने वाले और यूरिन देरी के लक्षण दिखते हैं. आइए जानें कि यूरीन से ब्लैडर कैंसर के क्या चेतावनी संकेत मिलते हैं?


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ब्लैडर कैंसर के चेतावनी संकेत


यूरिन में खून आना
यूरिन में खून आना (हेमाट्यूरिया) इस बात का प्रमुख संकेत है कि आपके ब्लैडर में कुछ गड़बड़ है. यह लक्षण 85 प्रतिशत मामलों में होता है. खून कभी-कभी गुलाबी, चमकीला लाल, भूरा, या बस हल्के से धारियों वाला हो सकता है. यह चेतावनी संकेत आमतौर पर दर्द रहित होता है.


बार-बार पेशाब आना या पेशाब में असामान्य बदलाव
यदि आपको लगातार बार-बार पेशाब आ रहा है या पेशाब में असामान्य बदलाव आ रहा है जैसे कि आकार में बदलाव, रंग में बदलाव या बूंद-बूंद या खून निकलना, तो यह ब्लैडर कैंसर का एक संभावित संकेत हो सकता है.


पेशाब करते समय दर्द
अगर आपको पेशाब करते समय दर्द होता है तो यह ब्लैडर कैंसर के लक्षण हो सकते हैं. इसके अलावा, यदि आपको पेशाब करते समय स्तंभन दोष होता है तो यह भी ब्लैडर कैंसर का लक्षण हो सकता है.


यूरीन में संक्रमण
अगर आपके यूरीन में संक्रमण हो रहा है तो संकेत है कि आपके ब्लैडर में कुछ गड़बड़ है. इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.


ब्लैडर के खतरे को कैसे कम करें?


  • धूम्रपान से बचें: तंबाकू या सिगरेट पीने वालों में ब्लैडर कैंसर का खतरा ज्यादा होता है. इसलिए इस आदत को तुरंत छोड़ दें.

  • शराब कम पिएं: अधिक मात्रा में शराब पीने से भी ब्लैडर कैंसर का खतरा बढ़ता है. अपनी शराब की मात्रा को कम करें या पूरी तरह से बंद करें.

  • स्वस्थ वजन बनाएं: वजन बढ़ने से भी ब्लैडर कैंसर का खतरा बढ़ता है. इसलिए स्वस्थ खान-पान और व्यायाम से अपने वजन को नियंत्रित रखें.

  • पानी की मात्रा बढ़ाएं: अधिक पानी पीने से ब्लैडर की सफाई होती है और कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है. रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पीएं.

  • फल और सब्जी खाएं: फल और सब्जी में विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स होते है. इसलिए इन्हें अपनी डाइट में जरूर फॉलो करें.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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