Lungs cancer symptoms: कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो शरीर के किसी भी हिस्से में एक असामान्य विकार होने के कारण शुरू होती है. यह विकार असामान्य सेलों के बढ़ने और शरीर में इनके नियंत्रण के अभाव से होता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, प्रति वर्ष दुनिया भर में करीब 1.50 करोड़ से अधिक लोग कैंसर से पीड़ित होते हैं और इससे लगभग 60 लाख से अधिक लोग मर जाते हैं. यह दुनिया भर में सबसे अधिक मौत की वजह है. वैश्विक तौर पर सबसे आम कैंसर प्रकार में स्तन, फेफड़ों, प्रोस्टेट, मांसपेशियों, आंत, गर्भाशय और शरीर के अन्य हिस्सों में विकसित होने वाले कार्सिनोमा शामिल हैं. आज हम फेफड़ों की कैंसर की बात करेंगे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भारत में फेफड़ों का कैंसर प्रचलित है और यह कैंसर का चौथा सबसे आम रूप है. GLOBOCAN इंडिया आंकड़े 2018 के अनुसार, फेफड़ों के कैंसर के मामले 67,795 थे, जबकि इस बीमारी से मृत्यु दर 63,475 थी. फेफड़ों के कैंसर के रोगियों में धूम्रपान का प्रचलन लगभग 80% है. बता दें कि ऐसे कई फैक्टर हैं जो फेफड़ों के कैंसर के खतरे को बढ़ाते हैं. धूम्रपान फेफड़ों के कैंसर के लिए सबसे बड़ा जोखिम फैक्टर है और दुनिया में फेफड़ों के कैंसर के अधिकांश मामलों के लिए जिम्मेदार माना जाता है. वायु प्रदूषण और रेडॉन जैसे रसायनों के संपर्क में आने से भी फेफड़ों में कैंसर हो जाता है. फेफड़े के कैंसर का प्रारंभिक चरण में इलाज किया जा सकता है, जिससे रोग की पहचान करना महत्वपूर्ण हो जाता है. आइए जानें फेफड़ों के कैंसर के कुछ असामान्य लक्षण.


गर्दन और चेहरे में सूजन
गर्दन और चेहरे में सूजन फेफड़ों के कैंसर का संकेत हो सकता है. यह तब होता है जब फेफड़ों में कैंसर की वृद्धि खून के फ्लो को सुपीरियर वेना कावा में बाधित करती है, जिसे सुपीरियर वेना कावा सिंड्रोम के रूप में जाना जाता है.


छाती में दर्द या दबाव
फेफड़ों के कैंसर में अक्सर छाती में दर्द या दबाव होता है. यह दर्द अस्थायी हो सकता है या लंबे समय तक रह सकता है.


निमोनिया जैसे संकेत
फेफड़ों के कैंसर में संकेतों में निमोनिया जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे खांसी, थकान, फीवर, सांस लेने में दिक्कत आदि.


खून की उल्टी
कुछ लोगों में फेफड़ों के कैंसर के संकेत में खूनी उल्टी भी दिखती है.


निगलने में कठिनाई
निगलने में कठिनाई भी फेफड़ों के कैंसर की जटिलता है. इसमें खाने का रास्ता ब्लॉक हो जाता है. यह स्थिति मुंह के कैंसर, गले के कैंसर और मेलेनोमा में भी एक जटिलता है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे.