कैंसर एक घातक बीमारी है जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है. पारंपरिक उपचारों (जैसे सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी) के अलावा एक और प्रभावी तरीका है जो बिना सर्जरी के कैंसर का इलाज करने में मदद कर सकता है - इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी. यह एक मेडिकल स्पेशलिटी है जो एडवांस इमेजिंग तकनीकों का उपयोग करके कैंसर का निदान और उपचार करती है. इस विधि में बिना चीरा लगाए ही कैंसर सेल्स को नष्ट किया जाता है.


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इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट फ्लोरोस्कोपी, सीटी स्कैन, एमआरआई और अल्ट्रासाउंड जैसी एडवांस इमेजिंग तकनीकों का उपयोग करके कैंसर सेल्स का पता लगाते हैं. फिर वे इन सेल्स को नष्ट करने के लिए विभिन्न प्रक्रियाएं करते हैं. आइए इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी के फायदों के बारे में जानते हैं.


इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी के फायदे
* इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी में चीरा नहीं लगाया जाता है, जिससे कम दर्द और खतरा होता है.
* इस विधि से उपचार के बाद मरीज जल्दी से ठीक हो जाते हैं।
* इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी से कैंसर सेल्स को अधिक प्रभावी ढंग से नष्ट किया जा सकता है.
* इस विधि के साइड इफेक्ट्स पारंपरिक उपचारों की तुलना में कम होते हैं.


कैंसर के इलाज में इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी के उपयोग
बायोप्सी: कैंसर सेल्स के सैंपल लेने के लिए इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी का उपयोग किया जाता है.
एंबोलाइजेशन: कैंसर के कारण ब्लीडिंग को रोकने के लिए इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी का उपयोग किया जाता है.
अबलेशन: कैंसर सेल्स को नष्ट करने के लिए गर्मी या ठंड का उपयोग किया जाता है.


भारत में इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी
भारत में भी इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी का उपयोग कैंसर के इलाज में किया जा रहा है. देश में कई अस्पतालों में इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट उपलब्ध हैं, जो इस तकनीक का उपयोग करके कैंसर मरीजों का इलाज कर रहे हैं.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.