अपेंडिक्स बड़ी आंत से जुड़ा एक छोटा ट्यूब के समान ऑर्गन है. इसका कोई खास काम नहीं होता है, लेकिन इम्यूनिटी को बनाए रखने और डाइजेशन के लिए हेल्दी बैक्टीरिया के स्टोरेज में इसका भी छोटा रोल होता है. इससे संबंधित सूजन की समस्या बहुत आम है, जिसे मेडिकल भाषा में अपेंडिसाइटिस कहते हैं. इसमें कई बार सर्जरी से इस अंग को निकाल दिया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं अपेंडिक्स में कैंसर के ट्यूमर भी बन सकते हैं?


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डॉ. पियूष कुमार अग्रवाल, क्लिनिकल डायरेक्टर एवं एचओडी - सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स, गुड़गांव बताते हैं कि अपेंडिक्स में कैंसर होना एक दुर्लभ लेकिन गंभीर समस्या है. हालांकि मेडिकल साइंस में कई प्रकार के कैंसर के इलाज खोज लिए गए हैं, लेकिन अपेंडिक्स कैंसर को पूरी तरह से खत्म करना अभी भी एक चुनौती है. वैसे तो वर्तमान में, इस कैंसर से बचने का कोई ठोस उपाय नहीं है, पर जीवनशैली में कुछ सुधार के साथ इसके जोखिम को कम किया जा सकता है.

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अपेंडिक्स कैंसर के लक्षण

पेट या पेल्विक एरिया में दर्द
पेट फूलना
पेट में पानी भरना
मल त्याग की आदतों में बदलाव
उल्टी और मतली
हार्निया 



अपेंडिक्स कैंसर से बचाव के उपाय


जीवनशैली में बदलाव

एक्सपर्ट बताते हैं कि अपेंडिक्स कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण रणनीतियों में से एक है शराब और तंबाकू का सेवन कम करना. यदि कोई व्यक्ति शराब की मात्रा को कम करता है और धूम्रपान छोड़ देता है, तो वह न केवल अपेंडिक्स कैंसर बल्कि अन्य संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को भी कम कर सकता है.


हेल्दी डाइट लें

मौसमी फलों और सब्जियों से भरपूर आहार शरीर को आवश्यक पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं और बीमारियों से बचाते हैं. इसके साथ ही यह हेल्दी वेट के लिए भी जरूरी है जो कि कैंसर के लिए जिम्मेदार होता है. 

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फिजिकल एक्टिविटी जरूरी 

नियमित व्यायाम भी बहुत आवश्यक है क्योंकि यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, सूजन को कम करता है और सामान्य स्वास्थ्य में सुधार करता है. ऐसे में रोजाना कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि, जैसे योग, जॉगिंग या चलना, किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण सुधार ला सकती है.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.