Skin issue in Covid: कोरोना वायरस एक सांस से जुड़ी समस्या नहीं है. इसका प्रभाव लंबे समय तक रहता है और शरीर के कई अन्य अंगों को प्रभावित करता है. हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस का दिल, गुर्दे, पेट पर भी प्रभाव पड़ता है. कोरोना संक्रमण के कई प्रभावों में से एक स्किन से जुड़ा है. स्किन पर लाल चकत्ते (रैशेज) कोरोना का एक संभावित संकेत है. ब्रिटिश जर्नल ऑफ डर्मेटोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, स्किन रैशेज और कोरोना के बीच बड़ा संबंध है.


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अध्ययन में 3,36,487 लोग शामिल किया गया था, जिन्होंने कोविड लक्षण स्टडी ऐप में अपने कोरोना टेस्ट के रिजल्ट को अपडेट किया था. ऐप से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 8.8% ने कोरोना के दौरान स्किन के मुद्दों को दिखाया और उनमें से 6.8% ने स्किन रैशेज की सूचना दी. अध्ययन में यह भी पाया गया कि लगभग 17% व्यक्तियों में कोरोना के अन्य लक्षणों से पहले स्किन रैशेज दिखाई पड़े और 21% लोगों में कोरोना के लक्षण के रूप में केवल स्किन रैशेज की दिक्कत थी. शोधकर्ताओं ने बताया था कि चूंकि त्वचा के परिवर्तनों को आसानी से पहचाना जा सकता है.


कोरोना से जुड़ी विभिन्न प्रकार की स्किन संबंधी समस्याएं
सांस की तकलीफ, बुखार, थकान, सिरदर्द, दस्त और स्वाद व गंध का गायब हो जाना कोरोना की बीमारी के सबसे प्रभावशाली लक्षण हैं. इसके अलावा, स्किन रैशेज, एक्जिमा, पैपुलर रैश, वेसिकुलर रैश, ओरल रैश, पायरियासिस रसिया, पुरपुरिक या वैस्कुलिटिक रैशेज, आर्टिकेरियल रैश और वायरल एक्सेंथेम कोरोना वायरस के ऐसे लक्षण जिन्हें लोग आसानी से इग्नोर कर देते हैं.


कोरोना से जुड़ी स्किन की समस्या का पता कैसे लगाएं
कोरोना से जुड़ी विभिन्न प्रकार की स्किन संबंधी समस्याएं हैं. यह पुष्टि करने के लिए कि स्किन की स्थिति कोरोना से संबंधित है या नहीं, इसके लिए लक्षणों को समझने की जरूरत है. सबसे आम स्किन प्रॉब्लम्स में से एक है कोविड टोज. इसमें पैरों की उंगलियां सूज सकती है और  गुलाबी, लाल या बैंगनी रंग की हो सकती हैं. कुछ मामलों में, धक्कों में मवाद जैसा तरल भी देखा जाता है. इन धक्कों में आमतौर पर दर्द होता है. जब दाने ठीक हो जाते हैं तो धक्कों पर त्वचा छिल जाती है. इसके अलावा, कोरोना में दिखाई देने वाला एक्जिमा आमतौर पर गर्दन और छाती पर दिखाई देता है. इन रैशेज में खुजली होती है और ये गुलाबी या लाल रंग के दिखते हैं. वहीं, होठों पर मुंह के छाले दिखाई देंगे और कभी-कभी इसके कारण मुंह में दर्द भी हो सकता है. कोरोना संक्रमण के दौरान उसके बाद दिखाई देने वाले रैशेज आमतौर पर खुजली वाले होते हैं और इन्हें नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.


कोरोना में स्किन की देखभाल कैसे करें
चूंकि इन रैशेज में खुजली होती है, इसलिए हमेशा यह सुनिश्चित करना चाहिए कि स्किन में जलन न हो. अगर आपको अभी भी संक्रमण हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें या फोन पर सलाह लें. स्किन पर सुखदायक लोशन लगाएं, जो खुजली को दूर करेगा.


Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.