क्या है रेस्पिरेटरी डिजीज, जिससे जिंदगी की जंग हार गए मनमोहन सिंह? कितनी खतरनाक है ये बीमारी
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क्या है रेस्पिरेटरी डिजीज, जिससे जिंदगी की जंग हार गए मनमोहन सिंह? कितनी खतरनाक है ये बीमारी

What Is Respiratory Disease: मनमोहन सिंह को एज रिलेटेड प्रॉब्लम थी और उन्हें सांस लेने भी तकलीफ होती थी.  रेस्पिरेटरी डिजीज किसी भी इंसान की जिंदगी को मुश्किल बना देती है. 

क्या है रेस्पिरेटरी डिजीज, जिससे जिंदगी की जंग हार गए मनमोहन सिंह? कितनी खतरनाक है ये बीमारी

Former PM Manmohan Singh Death: भारत के पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह का निधन दिल्ली के एम्स अस्पताल में हो गया, वो 92 साल के थे. डॉक्टर्स के मुताबिक उन्हे एज रिलेटेड मेडिकल कंडीशन थी, और उनका कॉन्शियसनेस अचानक लॉस हो गया था.  बताया जा रहा है कि वो रेस्पिरेटरी डिजीज से पीड़ित थे और उनको सांस लेने में तकलीफ होती थी. क्या आप जानते हैं इस बीमारी के बारे में?

रेस्पिरेटरी डिजीज किसे कहते हैं?

रेस्पिरेटरी डिजीज (Respiratory disease) एक तरह की बीमारी जो फेफड़ों और रेस्पिरेटरी के दूसरे हिस्सों को प्रभावित करती है. ये रोग इंफेक्शन, एयर पॉल्यूशन, स्मोकिंग, सेकेंड हैंड स्मोकिंग, रेडॉन या एस्बेस्टस के डस्ट को सांस के रूप में लेने से हो सकता है. 

बीमारी के अनेक रूप

सांस से जुड़ी बीमारी में अस्थमा (Asthma), क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD), पल्मोनरी फाइब्रोसिस (Pulmonary Fibrosis), निमोनिया (Pneumonia) और फेफड़ों का कैंसर (Lung cancer) शामिल हैं. इसे लंग डिसऑर्डर (Lung disorder) और पल्मोनरी डिजीज (Pulmonary Disease) भी कहा जाता है.
 

अन्य रेस्पिरेटरी डिजीज
'हेल्थलाइन' के मुताबिक सांस से जुड़ी कई दूसरी बीमारियां भी हैं जो इतनी कॉमन नहीं है, जानिए उनके नाम.

1. सिस्टिक फाइब्रोसिस (Cystic fibrosis)
2. ब्रोंकियोलाइटिस ओब्लिटरन्स यानी पॉपकॉर्न लंग (Bronchiolitis obliterans) or (Popcorn lung)
3. अल्फा-1 एंटीट्रिप्सिन डेफिशिएंसी (Alpha-1 antitrypsin deficiency)
4. लिम्फैंगियोलेयोमायोमैटोसिस (Lymphangioleiomyomatosis )
5. ब्रोंकोपल्मोनरी डिस्प्लेसिया (Bronchopulmonary dysplasia)
6. पल्मोनरी एल्वोलर प्रोटीनोसिस (Pulmonary alveolar proteinosis)
7. प्राइमरी सिलिअरी डिस्केनेसिया (Primary ciliary dyskinesia)
8. ब्रोंकाइटिस (Bronchitis)
9. ब्रोंकियोलाइटिस (Bronchiolitis)
10. न्यूमोनिया (Pneumonia)
11. एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (Acute Respiratory Distress Syndrome)

 

सबसे जानलेवा रेस्पिरेटरी डिजीज के नाम

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के मुताबिक क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (Chronic obstructive pulmonary disease) और अस्थमा (Asthma) इस कैटेगरी की 2 ऐसी बीमारियां हैं जिसकी वजह से दुनियाभर में सबसे ज्यादा जान जाती है. आमतौर पर ये ओल्डर एडल्स को होगी है, लेकिन आजकल कई युवा भी इससे पीड़ित हो रहे हैं.

 

सीओपीडी से मौतें
डब्ल्यूएचओ के अनुसार सीओपीडी (COPD) दुनिया भर में मौत का चौथा प्रमुख कारण है, जिसके कारण 2021 में 3.5 मिलियन मौतें हुईं, जो ग्लोबल डेथ का तकरीबन 5% है. 70 वर्ष से कम उम्र के लोगों में सीओपीडी से होने वाली लगभग 90% मौतें लो और मिडिल इनकम वाले देशों में होती हैं. तंबाकू की स्मोकिंग इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण है, इसके बाद घरेलू एयर पॉल्यूशन का नंबर आता है

अस्थमा से मौतें
WHO के आंकड़े बताते हैं कि अस्थमा से साल 2019 में तकरीबन 262 मिलियन लोग पीड़ित थे और इसी दौरान इस दौरान 4,55, 000 लोगों की मौत हुई थी. इनहेलर की मदद से आप इस बीमारी की लक्षणों को कंट्रोल कर सकते हैं, लेकिन पेशेंट जिंदगी थोड़ी नॉर्मल हो पाती है.

 

इस बीमारी से कैसे बचें?

रेस्पिरेटरी डिजीज से बचने के लिए कुछ आसान और असदार उपाय अपनाए जा सकते हैं. सबसे पहले, स्मोकिंग से बचें क्योंकि ये फेफड़ों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है. एयर पॉल्यूशन से बचने के लिए मास्क पहनें और घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें. साफ-सफाई पर ध्यान दें, जैसे हाथ धोना और घर को धूल-मिट्टी से फ्री रखना. हेल्दी डाइट लें, जिसमें विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट्स हों, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं.  रेग्युलर एक्सरसाइज और योग से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है. समय-समय पर वैक्सीनेशन करवाएं और सर्दी-जुकाम से बचने के लिए शरीर को गर्म रखें.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मक़सद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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