दिवाली का त्योहार सभी को बहुत पसंद होता है. इस दिन लोग एक-दूसरे को मिठाई खिलाते हैं, आतिशबाजी करते हैं और खुशियां मनाते हैं. लेकिन, दिवाली की खुशियां कहीं शारीरिक समस्या या बीमारी के कारण परेशानी में ना बदल जाए, इसलिए दिवाली सावधानी के साथ मनाने की जरूरत है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

विशेष रूप से डायबिटीज और अस्थमा के मरीजों को दिवाली के दौरान विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. डायबिटीज के मरीजों को पटाखे जलाने से बचना चाहिए, क्योंकि पटाखे जलाने से धुआं और गर्मी से डायबिटीज के रोगी को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. अस्थमा के मरीजों को भी पटाखे जलाने से बचना चाहिए, क्योंकि पटाखे जलाने से निकलने वाला धुआं अस्थमा के रोगियों को सांस लेने में तकलीफ दे सकता है.


पटाखों से हादसा
दिवाली एक खुशी का त्योहार है, लेकिन पटाखों से होने वाले हादसों से यह खुशी पलभर में ही मातम में बदल सकती है. हर साल दिवाली पर पटाखों से होने वाले हादसों में कई लोग घायल हो जाते हैं. इनमें से कई हादसे तो जानलेवा भी हो जाते हैं. इसलिए, दिवाली पर पटाखों से होने वाले हादसों से बचने के लिए जरूरी है कि हम कुछ सावधानियां बरतें. दिवाली पर पटाखों से होने वाले हादसों से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतें:
- पटाखे हमेशा खुले स्थान पर जलाएं.
- पटाखे जलाते समय बच्चों और युवाओं को दूर रखें.
- पटाखे जलाते समय शराब या नशे में न हों.
- पटाखे जलाते समय चेहरे पर मास्क और आंखों पर चश्मा पहनें.
- पटाखे जलाते समय धुएं से बचें.
- पटाखे जलाकर तुरंत छोड़ न दें.


जलने पर न करें ये गलती


टूथ पेस्ट लगाना: यह एक बहुत ही आम गलत धारणा है कि जलने पर टूथ पेस्ट लगाना फायदेमंद होता है. लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. टूथ पेस्ट में मौजूद कुछ तत्व जलने वाले घाव के लिए हानिकारक होते हैं. इससे घाव और भी गहरा हो सकता है.


तेल या क्रीम लगाना: यह भी एक गलत धारणा है कि जलने पर तेल या क्रीम लगाने से घाव जल्दी ठीक हो जाता है. लेकिन ऐसा नहीं होता है. तेल या क्रीम घाव में भरी हुई गंदगी को बाहर नहीं निकलने देती है. इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.


जलने पर क्या करें
- जले हुए हिस्से को तुरंत ठंडे पानी से धोएं. ठंडा पानी घाव की सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है.
- जले हुए हिस्से को किसी साफ कपड़े से ढक दें. इससे घाव में गंदगी नहीं जाएगी.
- जले हुए व्यक्ति को तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं.