Alert! बाजार से खुद आई ड्रॉप लाकर न करें इस्तेमाल, कॉर्नियल इंफेक्शन से आंखें पूरी तरह हो सकती हैं खराब
आंखों में खुजली, लालिमा, धूल या अन्य परेशानियों से राहत पाने के लिए अक्सर लोग बाजार से आई ड्रॉप खरीद लेते हैं. लेकिन यह आदत आपके लिए खतरनाक हो सकती है.
आंखों में खुजली, लालिमा, धूल या अन्य परेशानियों से राहत पाने के लिए अक्सर लोग बाजार से आई ड्रॉप खरीद लेते हैं. लेकिन यह आदत आपके लिए खतरनाक हो सकती है. इस गलती से आप कॉर्नियल अल्सर मतलब आंख का अल्सर जैसी खतरनाक बीमारी की चपेट में आ सकते हैं.
हिन्दुस्तान पेपर में छपी एक खबर के अनुसार, कानपुर स्थित हैलट अस्पताल के नेत्र विभाग में दो महीने में 17 ऐसे मामले आए हैं, जिनमें मरीजों ने स्टेरॉयड वाले आई ड्रॉप का इस्तेमाल किया था. इससे उनकी आंखों की रोशनी कम हो गई या उन्हें कॉर्निया का ऑपरेशन तक कराना पड़ा.
स्टेरॉयड वाले आई ड्रॉप का खतरा
स्टेरॉयड वाले आई ड्रॉप का इस्तेमाल करने से आंखों की कॉर्निया पर बुरा असर पड़ता है. कॉर्निया आंखों का सबसे बाहरी हिस्सा होता है और यह प्रकाश को आंखों में प्रवेश करने देता है. स्टेरॉयड वाले आई ड्रॉप से कॉर्निया में सूजन, घाव और संक्रमण हो सकता है. इससे आंखों की रोशनी कम हो सकती है या अंधापन भी हो सकता है.
बुजुर्गों पर अधिक खतरा
स्टेरॉयड वाले आई ड्रॉप का खतरा बुजुर्गों पर अधिक होता है. बुजुर्गों की आंखों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, जिससे उन्हें संक्रमण का खतरा अधिक रहता है. हैलट अस्पताल के नेत्र विभाग के एक डॉक्टर ने बताया कि इलाज कराने आए दो बुजुर्गों की कॉनिया स्टेरॉयड वाले आई ड्रॉप से इतनी ज्यादा डैमेज हो गई थीं कि कई गहरे छिद्र हो चुके हैं.
क्या होता है कॉर्नियल इंफेक्शन?
कॉर्नियल इंफेक्शन की वजह से आंखों में हल्का घाव हो जाता है और काफी दर्द होता है. डॉक्टरों के अनुसार, ड्रॉप अगर ज्यादा असर कर जाए तो हमेशा के लिए जिंदगी में अंधेरा तक हो सकता है.
क्या करें
अगर आपको आंखों में कोई समस्या है, तो बिना डॉक्टर की सलाह के आई ड्रॉप न खरीदें. डॉक्टर आपकी आंखों की जांच कर सही दवा लिखेंगे. इसके अलावा, गुलाब जल या देसी घी आंखों में न लगाएं. इससे भी आंखों को नुकसान हो सकता है.