Homemade Bleach for Skin: चेहरे पर ये नैचुरल ब्लीच लगाने से तुरंत आएगा निखार, छिप जाएंगे अनचाहे बाल और दाग-धब्बे
Homemade Natural Bleach for Skin: अगर चेहरे का रंग दब गया है, तो उसे निखारने के लिए इन होममेड नैचुरल ब्लीच का इस्तेमाल जरूर करें.
अगर चेहरे की रंगत ढल गई है और आप तुरंत निखार पाना (Instant Glow) चाहते हैं, तो ब्लीच का इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन बाजार वाली ब्लीच में दिक्कत यह आती है कि उससे चेहरे या त्वचा पर खुजली, रैशेज या अन्य स्किन प्रॉब्लम होने का खतरा बना रहता है. अगर आप इन समस्याओं से बचना चाहते हैं और चेहरे पर तुरंत ग्लो भी पाना चाहते हैं, तो होममेड ब्लीच (Homemade natural bleach) का इस्तेमाल करें. घर पर नैचुरल ब्लीच बनाने का तरीका नीचे दिया हुआ है.
Homemade Bleach for face: घर पर कैसे बनाएं नैचुरल ब्लीच
ब्लीच के इस्तेमाल से ना सिर्फ त्वचा की रंगत निखारी (how to get fair skin) जा सकती है, बल्कि दाग-धब्बों और अनचाहे बालों को भी छुपाया जा सकता है. आइए होममेड नैचुरल ब्लीच बनाने का तरीका जानते हैं.
ये भी पढ़ें: Tanning Removal: अगर धूप के कारण काला हो गया है चेहरा, तो ऐसे करें स्किन को साफ
Homemade Bleach: टमाटर की नैचुरल ब्लीच
टमाटर का गूदा निकालकर पेस्ट बना लें और अब इसमें एक चम्मच नींबू का रस और गुलाब जल मिला लें. इस पेस्ट को अच्छी तरह मिलाकर चेहरे पर एकसार लगाएं और सूखने दें. जब चेहरे पर ये पेस्ट सूख जाए, तो ठंडे पानी से चेहरा धो लें.
आलू की नैचुरल ब्लीच
सबसे पहले आधे आलू को चकोर टुकड़ों में काट लें और इसे एक ब्लेंडर में डाल लें. इस ब्लेंडर में एक चम्मच चावल का आटा, एक चौथाई चम्मच शहद, एक चम्मच नींबू का रस और ऑयली स्किन के लिए 3 से 4 बूंद बादाम का तेल मिलाकर पेस्ट बना लीजिए. अगर आपकी स्किन ड्राई है, तो आप इस पेस्ट में बादाम तेल की मात्रा एक चौथाई चम्मच रखें. इस पेस्ट को चेहरे व गर्दन पर लगाएं और 20 मिनट सूखने के बाद नॉर्मल पानी से चेहरा धो लें.
Natural Bleach for face: खीरा और नींबू
घर पर नैचुरल ब्लीच बनाने के लिए आप खीरा और नींबू की मदद भी ले सकते हैं. आप एक चम्मच खीरे का रस और एक चम्मच नींबू का रस अच्छी तरह मिला लें. इस मिक्सचर को चेहरे पर लगाएं और सूखने दें. जब यह सूख जाए, तो नॉर्मल पानी से धो लें.
नोट- स्किन पर किसी भी चीज को लगाने से पहले पैच टेस्ट जरूर ले लें.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.