आपने एक कहावत जरूर सुनी होगी कि 'जहां चाह है वहां राह है'. खुशी के मामले में भी कुछ ऐसा ही है. जो व्यक्ति खुश होना चाहता है, वह खुश होने के कारण ढूंढ ही लेता है. खुशी हमारे आसपास ही है, बस हमारी कुछ आदतें खुशी और हमारे बीच दीवार बनकर खड़ी हो जाती हैं. जिन्हें हटा लिया जाए, तो खुशी हमारे सामने ही दिख जाएगी. आइए इन आदतों के बारे में जानते हैं.


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खुशी और हमारे बीच दीवार बनने वाली आदतें
हमारी ये निम्नलिखित आदतें हमारी खुशियों को हम से दूर कर देती हैं और हम सिर्फ चिंता व उलझनों में डूब जाते हैं.


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तुलना करना
इस दुनिया में कोई भी व्यक्ति सर्वोत्तम नहीं है. आप किसी भी इंसान की तुलना करें, तो पाएंगे कि उससे बेहतर कोई ना कोई इस दुनिया में है. हर व्यक्ति अपने आप में स्पेशल है. अगर आप अपनी तुलना किसी से करेंगे, तो सिर्फ दुख के अलावा कुछ नहीं पाएंगे. आप हर दूसरे व्यक्ति से तुलना करने की बजाय अपनी खासियतों को देखें.


फ्यूचर के बारे में बहुत सोचना
फ्यूचर प्लानिंग करना अच्छी बात है. लेकिन भविष्य के बारे में बहुत ज्यादा सोचना और उससे चिंतित होते रहना गलत है. इससे आपका दिमाग हमेशा तनाव में रहने लगता है और हम आसपास मौजूद खुशी को नहीं देख पाता है. अगर आप खुशी और सुकून महसूस करना चाहते हैं, तो भविष्य के बारे में ज्यादा ना सोचें.


ईगो रखना
भारतीय सभ्यता में एक मिसाल काफी दी जाती है कि अंहकार तो रावण का भी नहीं रहा. यह बात बिल्कुल सच है, आप अपनी ईगो को बढ़ा लेते हैं और वह रिश्तों, बातों और खुशियों के बीच आ जाती है. आप अपने अहंकार को छोड़कर दूसरों को भी महत्व दें.


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दिल की ना सुनना
खुश रहने का एक तरीका अपने दिल की सुनना है. जब आप अपने दिल की सुनते हैं, तो हर चीज में खुश रहते हैं. फिर आपको नफा-नुकसान की परवाह नहीं रहती है, क्योंकि काम आपके मन का है. इसलिए जब भी आपका दिल किसी चीज के लिए कहे, तो उसे मना ना करें. हां, इसका ध्यान जरूर रखें कि उससे किसी दूसरे को कोई नुकसान ना हो रहा हो.


सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल
सोशल मीडिया आपके और आपकी खुशी के बीच बड़ी दीवार हो सकती है. इससे आपके दिमाग में काफी नेगेटिव थॉट्स आते हैं, जो आपको डर, उदासी, चिंता जैसे नेगेटिव इमोशन्स का शिकार बना सकते हैं. इसलिए सोशल मीडिया का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करने से बचें.


यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.