नई दिल्ली:  योग न सिर्फ शरीर को स्वस्थ्य रखता है, बल्कि यह दिमाग और मन के लिए भी बेहद फायदेमंद है.  दिनभर में 20-30 मिनट के लिए योग करने से आप दिनभर उर्जावान रहते हैं. इस खबर में हम आपके लिए लेकर आए हैं नटराजासन के फायदे. यह एक लाभकारी योगासन है, जिसका नाम हिंदु देवता शिव के नाम पर पड़ा है. ऐसी  मान्यता है कि नटराज आसन भगवान शिव की प्रिय योग मुद्रा है. इसके रूप की व्याख्या भगवान शिव के नटराज रूप में किए गए नृत्य की एक मुद्रा से की जाती है.


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नटराजासन में आपको एक पैर पर शरीर को संतुलित करना होता है, जो कि शुरुआत में आपके लिए काफी चैलेंजिंग हो सकता है. जब आप इस चैलेंज को पार कर लेते हैं, तो आप शांति की भावना प्राप्त करते हैं. यह आसन आपकी मसल्स को भी मजबूत करने में मदद करता है. 


नटराजासन करने की विधि


  1. सबसे पहले वृक्षासन में खड़े हो जाएं.

  2. अब आप सांस लेते हुए अपने शरीर के वजन को बाएं पैर पर स्थानांतरित करें और दाहिनी एड़ी को पीछे की ओर उठाएं.

  3. अपने दाएं पैर को जितना हो सके, उतना ऊपर की ओर ले जाने का प्रयास करें.

  4. बाएं पैर, जांघ, कूल्हे पर दबाव डालें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आपके पैर ठीक से संतुलित हैं.

  5. अपने दाहिने हाथ से अपने दाएं टखने को छूने की कोशिश करें.

  6. अपनी बाएं हाथ को सीधे अपने सामने की ओर बढ़ाएं.

  7. सामान्य रूप से सांस लेते रहे और इस आसन में लगभग 20-30 सेकंड तक बनें रहें.

  8. अब प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाएं.

  9. इसके बाद, दूसरे पैर के साथ भी इस आसन को दोहराएं.

  10. अगर आप सहज हैं तो आप इसे 3-4 बार आज़मा सकते हैं.


नटराजासन से मिलने वाले लाभ


  • नटराज आसन करने से शरीर तनाव और चिंता से दूर रहता है.

  • अगर नियमित रूप से इस आसन को करते हैं तो टांगें मजबूत होती हैं साथ ही छाती, कंधा और जांघ की मांसपेशी भी मजबूत रहती हैं.

  • अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं या पेट की चर्बी को कम करना चाहते हैं तो नटराज आसन की मदद से यह संभव हो सकता है.

  • जिन लोगों का पाचन तंत्र ठीक नहीं रहता या पेट की समस्या रहती है वह इस आसन को करने से अपने पाचन तंत्र को तंदुरुस्त बना सकते हैं.

  • इस योगासन के अभ्यास से आपकी एकाग्रता यानी फोकस बढ़ता हैय

  • नटराज आसन के लाभ (Natarajasana Benefits) में तनाव में कमी व दिमाग की शांति भी शामिल है.


ये सवाधानियां रखें


  1. किसी को मानसिक समस्या जैसे चक्कर, सर दर्द आदि है वे भी इस आसन को करने से बचें.

  2. अगर आपके शरीर में सर्जरी या किसी प्रकार का ऑपरेशन हुआ है तो इश आसन को करने से बचें

  3. जो लोग कमर दर्द या गर्दन में किसी प्रकार की चोट से परेशान रहते हैं वे इस आसन को ना करें.

  4. अगर घुटनों में दर्द रहता है तब भी इस आसन को न करें.


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नोट- खबर में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. हम इसकी पुष्टि नहीं करते. ये योगासन योग एक्सपर्ट्स की देखरेख में करें.